Edited By Saurabh Pal, Updated: 20 Jun, 2024 06:51 PM
हरियाणा में कांग्रेस पार्टी बड़ा राजनीतिक उलटफेर करने की फिराक में है। कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार को हरियाणा के राज्यपाल बंडारुदत्ता त्रेय को ज्ञापन सौंपकर सरकार को बर्खास्त करने की मांग की...
चंडीगढ़(चंद्र शेखर धरणी): हरियाणा में कांग्रेस पार्टी बड़ा राजनीतिक उलटफेर करने की फिराक में है। कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार को हरियाणा के राज्यपाल बंडारुदत्ता त्रेय को ज्ञापन सौंपकर सरकार को बर्खास्त करने की मांग की। इस प्रतिनिधि मंडल में नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र ुहुड्डा व कांग्रेस अध्यक्ष उदयभान के अलावा 3 विधायक शामिल हैं। जिसमें बीबी बत्रा, आफताब अहमद और गीता भुक्कल मौजूद हैं।
राजभवन से राज्यपाल से मुलाकात कर कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल के साथ निकले भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि भाजपा सरकार अल्पमत में है और हॉर्स ट्रेडिंग कर रही है। राज्यपाल से हुड्डा ने विधानसभा भंग कर चुनाव कराने की मांग की है।
गर्वनर हाउस से ज्ञापन सौंपने के बाद कांग्रेस कार्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में विधायक आफताब आलम ने ज्ञापन पढ़ कर सुनाया है। जिसमें कांग्रेस विधायक ने बताया कि हमने राज्यपाल से कहा कि भाजपा के पास मुख्यमंत्री नायब सैनी समेत 41 विधायक हैं, इसके अलावा हलोपा विधायक गोपाल कांडा और निर्दलीय विधायक नयन रावत का समर्थन सरकार पास है। इसके बावजूद भी नायब सैनी की सराकर बहुमत का आंकड़ा पार नहीं कर पा रही है। उन्होंने इस समय हरियाणा विधानसभा में विधायकों की 87 है। जिसके अनुसार बहुमत के 44 विधायक चाहिए। इसलिए विधानसभा को भंग कर प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाया जाए और चुनाव कराए जाएं।
फ्लोर टेस्ट हुआ तो हॉर्स ट्रेडिंग होगी, इसलिए विधानसभा भंग होः भूपेंद्र हुड्डा
हमने राजभवन में गवर्नर से मुलाकात की है। हमने 10 तारीख को पहले ही इस मामले में शिकायत की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। जिसके बाद आज फिर हमने अपनी मांग रखी। हमने गवर्नर से कहा कि सरकार के पास बहुमत नहीं है। हुड्डा ने कहा एसे में यदि फ्लोर टेस्ट होता है तो भाजपा सरकार में जिसके कारण हॉर्स ट्रेडिंग का खतरा है। इसलिए विधानसभा भंग करके प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाकर चुनाव कराए जाएं।
इसके अलावा नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि सरकार से लोगों का विश्वास उठ चुका है। वहीं कोर्ट में जाने के सवाल पर हुड्डा ने कहा कि मामला संवैधानिक है, इसलिए गवर्नर को पहले इस मामले को देखना चाहिए। यदि गवर्नर इस मामले में कुछ नहीं करते हैं, तो इसके बाद हम इसको देखेंगे।
पार्टी छोड़ने से कोई फर्क नहीं पड़ता
इस दौरान हरियाणा कांग्रेस में गुटबाजी के सवाल पर हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी में किसी प्रकार की कोई गुटबाजी नहीं है। टिकट मैंने नहीं दी, हाईकमान ने दी है। किरण चौधरी के पार्टी छोड़ने और भाजपा ज्वाइन करने के सवाल पर हुड्डा ने अपने बेफिक्र अंदाज में बोले अरे कितने पार्टी छोड़ गए, क्या फर्क पड़ता है। जिसको अपना भविष्य जहां दिखेगा, वह वहां जाएगा।
वहीं राज्यसभा चुनाव को लेकर हुड्डा ने दो टूक कहा कि हमारे पर विधायकों नंबर नहीं है। यदि कोई दूसरा दल हमें समर्थन देता है तो हम जरूर उम्मीदवार खड़ा करेंगे। उन्होंने कहा कि अभी हमारे पास 28 विधायक हैं। 3 निर्दलीय हैं, लेकिन जीतने वाला नंबर नहीं है। यदि दूसरे दलों का सहयोग मिलता है तो हम इस पर सोचेंगे।
राजभवन से राज्यपाल से मुलाकात कर कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल के साथ निकले भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि भाजपा सरकार अल्पमत में है और हॉर्स ट्रेडिंग कर रही है। राज्यपाल से हुड्डा ने विधानसभा भंग कर चुनाव कराने की मांग की है। मुलाकात के बाद हुड्डा कांग्रेस कार्यालय में प्रदेशाध्यक्ष उदयभान के साथ प्रेस वार्ता करेंगे। थोड़ी देर में प्रेस कॉन्फ्रेंस शुरु होगी, जिसमें हुड्डा बताएंगे कि राज्यपाल से क्या बात हुई।
गौरतलब है कि इससे पहले कांग्रेस ने फ्लोर टेस्ट कराने की मांग की थी, लेकिन अब कांग्रेस ने अपनी रणनीति में बदलाव किया है। दरअसल भाजपा के मुकाबले विपक्षी खेमे में विधायकों की संख्या को देखते हुए यह फैसला हरियाणा कांग्रेस नेतृत्व ने लिया है। जिसके कारण अब फ्लोर टेस्ट की बजाय विधानसभा भंग करने की मांग कर रही है।
बता दें कि तोशाम विधायक किरण चौधरी के कांग्रेस छोड़ने के बाद विधानसभा में कांग्रेस विधायकों की संख्या 28 रह गई है। इससे पहले वरुण चौधरी ने लोकसभा चुनाव जीतने के बाद मुलाना विधानसभा से इस्तीफा दे दिया था।
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