Edited By Mohammad Kumail, Updated: 17 Jun, 2023 09:17 PM

सूरजमुखी का रेट सबसे ज्यादा हरियाणा में ₹6000 से ज्यादा दिए जा रहा है। पंजाब, एमपी, कर्नाटक व अन्य राज्यों में रेट बहुत कम है लेकिन विरोध सिर्फ हरियाणा में हो रहा है...
फतेहाबाद (रमेश भट्ट) : सूरजमुखी का रेट सबसे ज्यादा हरियाणा में ₹6000 से ज्यादा दिए जा रहा है। पंजाब, एमपी, कर्नाटक व अन्य राज्यों में रेट बहुत कम है लेकिन विरोध सिर्फ हरियाणा में हो रहा है। कोरोना काल में दो हजार मंडियां बनाकर गेहूं की फसल की बिक्री हुई थी लेकिन कोरोना के दौरान किसान आंदोलन का केंद्र हरियाणा को बनाया गया। आज कहीं भी कुछ हो जाए तो आंदोलन हरियाणा में ही होगा। बिपरजॉय तूफान के अंदर यदि कोई मछुआरा भी मर जाए तो आंदोलन हरियाणा में शुरू किया जाएगा, लेकिन कार्यकर्ता इससे घबराए नहीं और नेक नियत से काम करते रहें। ये कहना है प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला का। डिप्टी सीएम शनिवार को फतेहाबाद पहुंचे थे।
सरपंचों के विरोध को लेकर दुष्यंत चौटाला ने कहा कि आज उनकी सरपंचों के साथ बात हुई है और उन्होंने तय की गई रेट लिस्ट को लेकर एचआरएस की कॉपी सरपंचों से मांगी है। उनका प्रयास है कि अगर उनकी कोई समस्या है तो उसका भी समाधान किया जाए। फतेहाबाद के भट्टू ईलाके में सेम की समस्या को लेकर भी उन्होंने कहा कि इसको लेकर भी सरकार द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहे हैं और ड्रेन का निर्माण किया जा रहा है।
डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कहा कि डॉ. अजय चौटाला ने 4 साल पहले लगन से जो पौधा लगाया था, कार्यकर्ताओं की लगन से वह पौधा आज फलदार पेड़ बन गया है। इसे और विशाल बनाने के लिए और मेहनत करनी होगी। नए लोगों को संगठन से जोड़ना होगा। डिप्टी सीएम ने कहा कि अगले डेढ़ साल में ज्यादा से ज्यादा लोगों को जोड़कर संगठन को मजबूत बनाएं। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता चार चीजों को जिंदगी में अपना लें, सिर को ठंडा रखें, मुंह को मीठा रखे, पांव की रफ्तार बनाए रखें और पार्टी का प्रचार ना रुकने दें। इसके बाद कोई भी संगठन को तोड़ नहीं पाएगा।
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