Edited By Isha, Updated: 04 Oct, 2024 03:54 PM
आमतौर पर अधिकारियों, नेताओं, मंत्रियों और जनता के खचाखच भरा रहने वाले हरियाणा सचिवालय में इन दिनों सन्नाटा पसरा हुआ है। मंत्रियों के कमरे भी पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हालात में है। इन सबके बीच हरियाणा में माननियों के ठहरने के
चंडीगढ़(चंद्रशेखर धरणी): आमतौर पर अधिकारियों, नेताओं, मंत्रियों और जनता के खचाखच भरा रहने वाले हरियाणा सचिवालय में इन दिनों सन्नाटा पसरा हुआ है। मंत्रियों के कमरे भी पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हालात में है। इन सबके बीच हरियाणा में माननियों के ठहरने के लिए बनाए गए एमएलए हॉस्टल में नवीनीकरण का काम किया जा रहा है।
किसी फाइव स्टार होटल जैसी सुविधा से संपन्न एमएलए हॉस्टल को लेकर हर किसी के मन में सवाल उठता है कि क्या वह भी इस सुविधा का लाभ ले सकते हैं ? यदि वह भी इस सुविधा का लाभ ले सकते हैं तो उसके लिए उन्हें कितना भुगतान करना होगा ? आज हम आपकों अपने इस लेख में इस बारे में पूरी जानकारी देंगे। हरियाणा में नई सरकार के गठन से पूर्व हरियाणा सचिवालय के हालात का जायजा लेने के साथ ही एमएलए हॉस्टल का भी दौरा किया।
हरियाणा का केवल 40 प्रतिशत हिस्साa
किसी समय में पंजाब का हिस्सा रहे हरियाणा के गठन एक नवंबर 1966 के बाद पंजाब विधानसभा के साथ ही हरियाणा विधानसभा के लिए भी स्थान तय किया गया। ऐसे में यहां पर 60 प्रतिशत हिस्सा पंजाब और 40 प्रतिशत हिस्सा हरियाणा को दिया गया। मौजूदा समय में एक ही स्थान पर हरियाणा और पंजाब के सचिवालय है, जहां से दोनों राज्यों का शासन चलता है। हरियाणा के मंत्री परिषद में मुख्यमंत्री समेत कुल 14 सदस्य होते हैं।
सबसे पहले होगा प्रोटॉम स्पीकर का चुनाव
हरियाणा में चल रही 15वीं विधानसभा के गठन की प्रक्रिया के बाद सचिवालय में सबसे पहले चुनकर आने वाले जनप्रतिनिधि प्रोटोम स्पीकर का चुनाव करेंगे। उसके बाद विधानसभा अध्यक्ष का चयन किया जाएगा, जिसके बाद सरकार के गठन की प्रक्रिया की शुरूआत होगी।
एमएलए हॉस्टल का हो रहा नवीनीकरण
हरियाणा में विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद से ही पिछले करीब एक महीने से एमएलए हॉस्टल पूरी तरह से वीरान पड़ा हुआ है। ऐसे में चुनाव के बाद चुनकर आने वाले जनप्रतिनिधियों के स्वागत के लिए हॉस्टल के नवीनीकरण का कार्य किया जा रहा है। हरियाणा के एमएलए हॉस्टल के इंचार्ज चंद्र शर्मा ने बताया कि विधानसभा सेशन के समय यहां पर विधायकों और उनके मेहमानों की आवाजाही रहती है। चुनाव के कारण पिछले एक महीने से यह हॉस्टल पूरी तरह से खाली है। अब पिछले 8-10 दिन से यह पूरी तरह से बंद है। आवाजाही नहीं होने के कारण यहां नवीनीकरण का कार्य किया जा रहा है, क्योंकि सरकार के गठन के बाद इस कार्य के लिए समय नहीं मिल पाएगा।
40 कमरे हरियाणा, 16 कमरे पंजाब के पास
चंद्र शर्मा ने बताया कि एमएलए हॉस्टल में कुल 56 कमरे हैं। इनमें 40 कमरे हरियाणा और 16 कमरे पंजाब के पास है। इनमें हरियाणा के 40 कमरों में से पहली और दूसरी मंजिल के 16-16 कमरों को पूरी तरह से तैयार कर दिया गया है। निचले तल पर मौजूद शेष 8 कमरों के नवीनीकरण का काम भी जल्द पूरा हो जाएगा।
विधायकों से लिया जाता है नाममात्र शुल्क
चंद्र शर्मा ने बताया कि हॉस्टल में ठहरने वाले विधायक से नाममात्र का शुल्क लिया जाता है, जोकि केवल 50 रुपए प्रतिदिन है। एमएलए हॉस्टल के अलावा उनके लिए बनाए गए फ्लैट सरकार गठन के बाद विधायकों को अलॉट किए जाते हैं। वहां के लिए प्रत्येक विधायक और सांसद से एक कमरे के 200 रुपए प्रतिदिन के हिसाब से चार्ज किए जाते हैं। इसके अलावा यदि इन फ्लैट में किसी विधायक या मंत्री का कोई मेहमान आकर ठहरता है तो उससे 600 रुपए प्रतिदिन के हिसाब से वसूल किए जाते हैं। चंद्र शर्मा ने बताया कि हॉस्टल की कैंटीन में भी नाम मात्र के चार्ज पर किसी फाइव स्टार जैसा खाना दिया जाता है। इसके अलावा हॉस्टल के सामने बनी पार्क और आसपास का दृश्य भी काफी मनमोहक है।
जल्द लौटेगी रौनक
बता दें कि हरियाणा में 5 अक्टूबर को मतदान होगा और 8 अक्टूबर को मतगणना होगी। ऐसे में 8 अक्टूबर को मतगणना के बाद चुनावी परिणाम घोषित होने के पश्चात हरियाणा सचिवालय के साथ ही एमएलए हॉस्टल में चहल-पहल का सिलसिला पहले की तरह से शुरू हो जाएगा।