आधे से ज्यादा स्कूलों में नहीं पहुंची किताबें, विद्यार्थी कैसे देंगे परीक्षा

Edited By Punjab Kesari, Updated: 28 Jul, 2017 01:47 PM

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शिक्षा विभाग की लाचार व्यवस्था का नमूना प्राईमरी स्कूलों में देखने को मिल रहा है। आधे से ज्यादा प्राईमरी स्कूलों में आज तक किताबें नहीं पहुंच पाई है,लेकिन मासिक परीक्षा

भिवानी(पंकेस):शिक्षा विभाग की लाचार व्यवस्था का नमूना प्राईमरी स्कूलों में देखने को मिल रहा है। आधे से ज्यादा प्राईमरी स्कूलों में आज तक किताबें नहीं पहुंच पाई है,लेकिन मासिक परीक्षा शुरू हो गई। हैरानी की बात यह है कि स्कूलों में किताबें न पहुंचने की बाद भी एस.सी.ई.आर.टी.(गुरुग्राम) ने प्रश्न-पत्र प्राईमरी तक के सलेबस के आधार तैयार कर स्कूलों में भेज दिया। ऐसे में किस तरह से बच्चे परीक्षा दे पाएगें। फिलहाल प्राईमरी स्कूलों के टीचर एस.सी.ई.आर.टी. द्वारा भेजे गए प्रश्न-पत्रों के आधार पर ही परीक्षाएं ले रहे है।

शिक्षा विभाग के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पहली से लेकर 5वी कक्षा तक के बच्चों की परीक्षाएं 24 जुलाई से शुरू हो चुकी है। परीक्षाओं में बच्चों के लिए एस.सी.ई.आर.टी. ने स्लेबस के आधार पर ही प्रशन-पत्र तैयार करके भेजे है।  जिसके आधार पर स्कूल पहली से लेकर 5वीं कक्षा तक के बच्चों की परीक्षाएं आयोजित करवा रहा है,लेकिन कई स्कूल ऐसे है, जिनमें कई स्कूलों में तो दूसरी कक्षा तो कई स्कूलों में तीसरी कक्षा के पाठ्यक्रम की पुस्तकें नहीं पहुंची है। बताया जा रहा है कि स्कूलों में पाठ्यक्रम का स्लेबस तक पहुंच चुका है,लेकिन किताबों का अभी भी टोटा बना हुआ है। 

कैचअप कार्यक्रम के आधार पर परीक्षाएं करवाने के थे निर्देश 
बताते है कि विगत में शिक्षा विभाग के निदेशक ने पत्र जारी करके कहा था कि जिन स्कूलों में किताबें पहुंच चुकी है। उन स्कूलों के शिक्षक बच्चों की परीक्षा स्लेबस के आधार पर कराए। साथ ही यह भी स्पष्ट किया था कि जिन स्कूलों में किताबें नहीं पहुंची है। उन स्कूलों के शिक्षक बच्चों की परीक्षा कैचअप कार्यक्रम के आधार पर कराए। लेकिन अब स्कूलों में निदेशक द्वारा भेजे गए पत्र का उलट हो रहा है। किसी भी स्कूल में कैचअप कार्यक्रम के तहत कराई गई गतिविधियों के आधार पर परीक्षाएं नहीं करवाई जा रही है। जिसके कारण परीक्षार्थियों को अनेक परेशानियां उठानी पड़ रही है।

पुरानी किताब कॉलैक्ट करने वालों की बल्ले-बल्ले 
जिन स्कूलों के टीचरोंं ने प्राईमरी कक्षा के बच्चों का रिजल्ट आते ही पुरानी किताबें उनसे कलेक्ट कर ली थी और बच्चों में वितरित कर दी थी। उन स्कूलों के बच्चे आराम से अपनी-अपनी कक्षाओं की परीक्षा दे रहे है। जिन स्कूलों के टीचर केवल नई किताबों के इंतजार में रहे। उन स्कूलों के बच्चों के लिए परीक्षा परेशानी बन गई है। चूंकि जो परीक्षा में प्रश्न-पत्र दिया गया है। उस प्रश्न-पत्र में स्लेबस के हिसाब से सवाल पूछे गए है। 5वीं कक्षा के अंग्रेजी विषय के प्रश्न संख्या- 10,11 तथा 12 किताब के पाठ संख्या एक व दो से लिया गया है। केवल वे ही बच्चे इन सवालों को हल कर सकते है। जिनके पास किताब है। बिना किताब वाले बच्चों को ये सवाल सिर के ऊपर से गुजर रहे है। 

क्या कहते है अधिकारी
बीईईओ निर्मल दहिया ने बताया कि इस बारे में वे आला अधिकारियों से बातचीत करेगी। कैचअप कार्यक्रम के दौरान कराई गई गतिविधियों के आधार पर परीक्षा के बारे में उन्होंने बताया कि पत्र तो आया था पर इस बारे में ज्यादा कुछ नहीं बता सकती।
 

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