Edited By Gourav Chouhan, Updated: 17 Nov, 2022 05:44 PM

आरोपी पूर्व सरपंच जेल से जमानत पर बाहर आने के बाद दोबारा कभी कोर्ट में पेश नहीं हुआ था। इसलिए पूर्व सरपंच को भगोड़ा घोषित करने के बाद उसकी तलाश की जा रही थी।
कैथल(जयपाल): जिले के गांव जसवंती में पंचायती फंड में 45 लाख रुपए का घोटाला करने वाले पूर्व सरपंच को पुलिस ने एक बार फिर से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी पूर्व सरपंच जेल से जमानत पर बाहर आने के बाद दोबारा कभी कोर्ट में पेश नहीं हुआ था। इसलिए पूर्व सरपंच को भगोड़ा घोषित करने के बाद उसकी तलाश की जा रही थी। आरोपी को शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा।
जमानत पर जेल से बाहर आकर फरार हो गया था आरोपी
बता दें कि साल 2018 में गांव जसवंती के पूर्व सरपंच चरण सिंह ने ग्राम पंचायत के पंचायती फंड से करीब 45 लाख रुपए की राशि बिना विकास कार्य करवाए हड़प ली थी। इसके बाद बीडीपीओ कैथल की शिकायत पर सिविल लाइन थाने में सरपंच के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। जांच में दोषी पाए जाने के बाद पूर्व सरपंच को जेल भेज दिया था। उसके कुछ दिन बाद आरोपी जमानत पर जेल से बाहर आया और फिर न तो कभी वापस जेल गया और न ही कोर्ट में पेश हुआ। इसके बाद कोर्ट ने चरण सिंह को भगोड़ा घोषित कर दिया था। आरोपी लगातार पुलिस से बचता हुआ अलग-अलग जगह छिपकर रह रहा था। वहीं अब कैथल पुलिस ने तकनीकी पहलुओं से बलबूते आरोपी को उत्तराखंड के देहरादून से गिरफ्तार कर लिया है।

ग्राम सचिव भी पाया गया था दोषी, बाद में मिली थी क्लीन चिट
लाखों रूपए का गबन करने के मामले में पूर्व सरपंच के साथ ग्राम सचिव सुरेश डोलिया के शामिल होने की बात भी सामने आई थी। जिला प्रशासन द्वारा की गई जांच में ग्राम सचिव दोषी पाया गया था। इसके बाद कैथल के तत्कालीन डीसी प्रदीप दहिया ने ग्राम सचिव सुरेश डोलिया के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज करने और उसकी सैलरी रोकने का आदेश दिया था। इसी के साथ ग्राम सचिव से पंचायत को हुई वित्तीय हानि की राशि की रिकवरी करने के आदेश भी जिला उपायुक्त ने जारी किए थे। हालांकि इसके बाद डीसी ने अपने आदेशों को बदलते हुए ग्राम सचिव को इस पूरे मामले में क्लीन चिट दे दी थी।