Edited By Isha, Updated: 14 Oct, 2024 05:55 PM
फसल अवशेष प्रबंधन पर सैटेलाइट के माध्यम से आगजनी की घटनाओं पर पैनी नजर रखी जा रही है। यदि कोई किसान अपने खेतों में पराली में आग लगाता है तो तुरंत इसकी सूचना सैटेलाईट के माध्यम से अधिकारियों के पास पंहुच जाती है, जिस पर अधिकारी तुरंत खेतों में...
रोहतकः फसल अवशेष प्रबंधन पर सैटेलाइट के माध्यम से आगजनी की घटनाओं पर पैनी नजर रखी जा रही है। यदि कोई किसान अपने खेतों में पराली में आग लगाता है तो तुरंत इसकी सूचना सैटेलाईट के माध्यम से अधिकारियों के पास पंहुच जाती है, जिस पर अधिकारी तुरंत खेतों में पंहुचकर कार्यवाही कर रहे हैं।
कुरूक्षेत्र के उपायुक्त राजेश जोगपाल ने कहा कि फसल अवशेष प्रबंधन पर नियुक्त किए गए अधिकारियों को आगजनी के मामलों पर कार्यवाही करने के सख्त दिशा-निर्देश दिए गए हैं ताकि पर्यावरण को दूषित होने से बचाया जा सके। उन्होंने कहा कि किसानांे की भूमि की उपजाउ शक्ति नष्ट न हो, मित्र कीटों को नुकसान न पंहुचे, राजमार्गों पर होने वाली दुर्घटनाओं से बचा जा सके तथा भविष्य में बच्चों व आमजन के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव न पंहुचे इसके लिए एनजीटी के दिशा-निर्देश जारी कर पराली में आग न लगाने बारे आदेश जारी कर दिए गए हैं।
उपायुक्त ने कहा कि किसानों को जागरूक करने एवं आगजनी की घटनाओं की माॅनिटरिंग हेतु सम्बंधि उपमंडल अधिकारी नागरिक की अध्यक्षता में उपमंडल वाईज टीम गठित की गई हैं, जिसमें तहसीलदार, खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी, उपमंडल अधिकारी पंचायती राज, सम्बंधित थाना प्रभारी एवं कृषि विभाग के अधिकारी शामिल हैं।
सभी 417 गांवों के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त कर दिए गए हैं। सभी खंड स्तरों पर 4 सदस्यीय अधिकारियों की टीमों का गठन कर दिया गया है, जिसमें कृषि विभाग, पुलिस विभाग, पंचायत विभाग तथा कृषि विज्ञान केंद्र के अधिकारी शामिल किए गए हैं। उपायुक्त राजेश जोगपाल ने बताया कि यदि कोई किसान अपने खेतों में पराली में आग लगाता है तो उसकी सूचना सीधे राजस्व विभाग के माध्यम से पटवारियों को भेजकर उनके फार्म रिकार्ड में रैड एंट्री दर्ज करने बारे आदेश जारी कर दिए गए हैं।