मुआवजा घोटाला में एसआईटी जांच से असंतुष्ट किसान, मामले की विजिलेंस से जांच कराने की मांग की
Edited By Ajay Kumar Sharma, Updated: 30 May, 2023 08:33 PM
शहर में पिछले करीब 5 महीनों से उचाना की जन समस्याओं को लेकर उपमंडल कार्यालय में धरना चला है। आज धरना संयोजक आजाद पालवां ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और कहा कि हम इस एसआईटी जांच से संतुष्ट नहीं है। इस मामले की गहनता से जांच की जाए।
उचाना(प्रदीप श्योकंद): शहर में पिछले करीब 5 महीनों से उचाना की जन समस्याओं को लेकर उपमंडल कार्यालय में धरना चला है। आज धरना संयोजक आजाद पालवां ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और कहा कि हम इस एसआईटी जांच से संतुष्ट नहीं है। इस मामले की गहनता से जांच की जाए। इस मामले में सन्नी ही नहीं उसके साथ और भी कई पटवारी शामिल है। जिनके खातों में पैसा गया है। उनकी बस रिकवरी ना करके उनको भी गिरफ्तार किया जा सकता है। ताकि अन्नदाताओं को पैसे का गलत इस्तेमाल करने वालों को सजा मिल सके।
बता दें कि उचाना उपमंडल में कार्यालय में कार्यरत सन्नी पटवारी को किसानों की 2021 की मुआवजा राशि अपने साथियों के खाते में डालने के जुर्म में गिरफ्तार किया था। जब सन्नी का रिमांड किया गया तो उन्होंने लगभग 2 करोड रुपए की गबन सामने आया। सन्नी पटवारी ने यह पैसे कुछ अपनी महिला मित्र और कुछ दूसरे साथियों के खाते में डाल रखे थे। मुआवजा राशि को लेकर किसान उचाना उपमंडल कार्यालय के चक्कर काट रहे थे। जिसके बाद नायब तहसीलदार प्रतीक ने सन्नी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई। जिसके बाद पुलिस ने आरोपी पटवारी को गिरफ्तार किया और मामले का पर्दाफाश हुआ।
वहीं इस मामले को लेकर एसआईटी का गठन किया गया है। जिसे पूरी तरह से जांच किया जा रहा है,लेकिन किसान इस जांच से संतुष्ट नहीं है। उन्होंने विजिलेंस जांच कराने की मांग की है। अब देखने वाली बात होगी कि किसानों को कब तक न्याय मिलता है।
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