Edited By vinod kumar, Updated: 11 Oct, 2020 02:14 PM
तीन कृषि कानूनों को लेकर विरोध कर रहे किसान अब दो फाड़ हो गए हैं। गत 6 अक्टूबर को घेराव में शामिल हुए 17 संगठनों में से अधिकतर किसानों ने शहीद भगत सिंह स्टेडियम में चल रहे धरने से किनारा करना शुरू कर दिया है। धरने से अलग हुए किसानों ने आज गुरुद्वारा...
सिरसा (सतनाम): तीन कृषि कानूनों को लेकर विरोध कर रहे किसान अब दो फाड़ हो गए हैं। गत 6 अक्टूबर को घेराव में शामिल हुए 17 संगठनों में से अधिकतर किसानों ने शहीद भगत सिंह स्टेडियम में चल रहे धरने से किनारा करना शुरू कर दिया है। धरने से अलग हुए किसानों ने आज गुरुद्वारा चिल्ला साहिब में किसान नेता जसवीर भट्टी के नेतृत्व में एक बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें जिले के विभिन्न किसान संगठनों ने भाग लिया।
बैठक में अलग रणनीति बनाकर शहीद भगत सिंह स्टेडियम में चल रहे धरना का बायकॉट करने का फैसला लिया और 12 अक्टूबर से लघु सचिवालय के समक्ष धरना चलाने का फैसला लिया गया, इसके लिए एक 21 सदस्य कमेटी भी बनाई गई है, जो कमेटी फैसला करेगी उसके अनुसार आगे आंदोलन जारी रहेगा।
इस बारे किसान नेता जसवीर सिंह भाटी ने कहा कि 6 अक्टूबर को 17 संगठनों ने मिलकर जो घेराव की रणनीति बनाई थी, उसमें मंच पर केवल किसान ही बैठने की बात हुई थी, लेकिन उसके बाद यह किसानों का मंच न होकर कलाकारों व अन्य लोगों का मंच बन गया और उसके बाद किसान धरने में शरारती तत्वों ने शामिल होकर घेराव के दौरान अशांति फैलाने की कोशिश की।
उन्होंने कहा कि अब किसानों द्वारा 12 अक्टूबर से लघु सचिवालय के समक्ष धरना दिया जाएगा, उसके अगले दिन 13 अक्टूबर को सांसद सुनीता दुग्गल के आवास के समक्ष धरना देंगे। इसी प्रकार 14 अक्टूबर को एमएसपी अधिकार दिवस मनाएंगे। जसवीर ने कहा कि किसानों की मांगों को लेकर उनका धरना शांतिपूर्ण तरीके से जारी रहेगा।