Edited By Isha, Updated: 26 Dec, 2025 10:53 AM

सूरजकुंड थाना पुलिस ने दयालबाग स्थित निजी स्कूल की शिकायत पर एक स्कूल कर्मचारी के खिलाफ फर्जी डिग्री के आधार पर नौकरी पाने और लाखों रुपये का वेतन लेने के आरोप में मामला दर्ज किया है। आरोपी
फरीदाबाद: सूरजकुंड थाना पुलिस ने दयालबाग स्थित निजी स्कूल की शिकायत पर एक स्कूल कर्मचारी के खिलाफ फर्जी डिग्री के आधार पर नौकरी पाने और लाखों रुपये का वेतन लेने के आरोप में मामला दर्ज किया है। आरोपी पर करीब 15 वर्षों तक संस्थान को गुमराह कर लगभग 37 लाख रुपये से अधिक की राशि हड़पने का आरोप है।
पुलिस को मिली शिकायत के अनुसार आरोपी पंकज अत्री वर्ष 2009 से स्कूल में कंप्यूटर लैब असिस्टेंट के पद पर कार्यरत था। नियुक्ति के समय उसने खुद को महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय से स्नातक बताया था। स्कूल प्रबंधन का आरोप है कि जब उससे बार बार मूल डिग्री मांगी गई तो वह टालमटोल करता रहा और बहाने बनाता रहा।
मामले की जांच के दौरान यह भी सामने आया कि आरोपी ने वर्ष 2010 से 2012 के बीच सीएमजे यूनिवर्सिटी से बीसीए की डिग्री हासिल करने का दावा किया और उसे स्कूल में जमा कर वेतन में वृद्धि करवा ली। जब स्कूल प्रबंधन ने विश्वविद्यालय से इस संबंध में पुष्टि कराई तो विश्वविद्यालय की ओर से बताया गया कि बीसीए एक रेगुलर कोर्स है और उस अवधि में पंकज अत्री स्कूल में नियमित कर्मचारी के रूप में कार्यरत था तथा उसकी उपस्थिति भी दर्ज थी। विश्वविद्यालय ने यह भी स्पष्ट किया कि उनके यहां इस तरह का कोई पत्राचार कोर्स संचालित नहीं किया जाता।
स्कूल के चेयरमैन द्वारा दी गई शिकायत में बताया गया कि आरोपी ने गलत दस्तावेजों और झूठी जानकारी के आधार पर संस्थान का विश्वास जीता और अब तक वेतन के रूप में करीब 37,82,000 रुपये का आर्थिक नुकसान पहुंचाया है। शिकायत के आधार पर सूरजकुंड थाना पुलिस ने आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी है।