Edited By Manisha rana, Updated: 26 Dec, 2025 10:32 AM

मधुमक्खी पालन किसानों और युवाओं के लिए फायदे का सौदा बनता जा रहा है। सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ उठाकर लोग कम लागत में मधुमक्खी पालन शुरू कर सकते हैं और अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।
बराड़ा (अनिल कुमार) : मधुमक्खी पालन किसानों और युवाओं के लिए फायदे का सौदा बनता जा रहा है। सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ उठाकर लोग कम लागत में मधुमक्खी पालन शुरू कर सकते हैं और अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। उन्होंने बताया कि अंबाला जिले में बागवानी विभाग द्वारा मधुमक्खी पालन को बढ़ावा देने के लिए प्रशिक्षण, तकनीकी मार्गदर्शन और अनुदान की सुविधा दी जा रही है। इच्छुक लाभार्थी विभाग में पंजीकरण कराकर आधुनिक बॉक्स, कॉलोनी प्रबंधन, रोग नियंत्रण और शहद निष्कर्षण की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
मधुमक्खी उत्पादकों ने बताया कि बागवानी विभाग द्वारा समय-समय पर दी जाने वाली तकनीकी जानकारी, प्रशिक्षण और अनुदान से उनकी आय में लगातार बढ़ोतरी हुई है। शहद की बाजार में अच्छी मांग है, जिससे उन्हें उचित दाम मिल रहे हैं। उत्पादकों ने यह भी कहा कि मधुमक्खी पालन से केवल शहद ही नहीं, बल्कि मोम, पराग और रॉयल जेली जैसे उत्पादों से भी अतिरिक्त आमदनी होती है। उन्होंने अन्य किसानों और युवाओं से अपील की कि वे अंबाला में उपलब्ध सरकारी योजनाओं का लाभ उठाकर मधुमक्खी पालन को अपनाएं और आत्मनिर्भर बनें।
ग्राहकों ने बताया कि वे अब सीधे मधुमक्खी उत्पादकों से शहद खरीदना पसंद कर रहे हैं। इससे उन्हें भरोसेमंद उत्पाद मिल रहा है और स्थानीय उत्पादकों को भी उचित दाम मिल रहा है। ग्राहकों ने यह भी कहा कि तैयार शहद की मांग लगातार बढ़ रही है और अगर इसी तरह गुणवत्ता बनी रही तो आने वाले समय में इसकी खपत और अधिक बढ़ेगी।
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