Edited By Mohammad Kumail, Updated: 25 Jun, 2023 09:30 PM
केएमपी रेल कॉरिडोर के लिए अधिग्रहित की गई जमीन का मुआवजा नहीं बढ़ने से नाराज किसानों ने अब रेलवे ट्रैक जाम करने की तैयारी कर ली है। इसे लेकर 27 जून को किसान बैठक करेंगे और टिकरी बॉर्डर से आसौदा गांव तक कई पॉइंटों पर रेल रोकी जाएगी...
बहादुरगढ़ (प्रवीण धनखड़) : केएमपी रेल कॉरिडोर के लिए अधिग्रहित की गई जमीन का मुआवजा नहीं बढ़ने से नाराज किसानों ने अब रेलवे ट्रैक जाम करने की तैयारी कर ली है। इसे लेकर 27 जून को किसान बैठक करेंगे और टिकरी बॉर्डर से आसौदा गांव तक कई पॉइंटों पर रेल रोकी जाएगी। भारत भूमि बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले बहादुरगढ़ के आसौदा गांव में हुई पंचायत में रेल रोकने का फैसला लिया गया है।
किसान नेता रमेश दलाल ने सरकार को सीधी चेतावनी देते हुए कहा है कि किसान अब कहीं भी सरकार से बातचीत करने के लिए नहीं जाएंगे। अगर सरकार ने अधिग्रहित की गई जमीन के अवार्ड में संशोधन नहीं किया, तो किसान रेलवे ट्रैक जाम कर देंगे। किसान नेता रमेश दलाल ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर पर भी जमकर भड़ास निकाली है। रमेश दलाल ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को अपने निजी सचिव का रबड़ स्टैंप करार दिया है। रमेश दलाल ने बताया कि सरकार किसानों की अधिग्रहित जमीन का मुआवजा बढ़ाने को तो तैयार है लेकिन इसे अवार्ड में संशोधन करने की वजह सरकार आर्बिट्रेशन के जरिए बढ़ा हुआ मुआवजा किसानों को देना चाह रही है, जो गलत है। रमेश दलाल का कहना है कि अगर सरकार किसानों का मुआवजा बढ़ाना ही चाह रही है तो अवार्ड में संशोधन करके मुआवजा बढ़ाए। ताकि किसानों को इसका सीधा लाभ मिल सके।
बता दें कि किसान पिछले 6 महीने से केएमपी एक्सप्रेसवे के साथ बनने वाले नए रेल कॉरिडर के लिए अधिग्रहित की गई जमीन का मुआवजा बढ़ाने की मांग कर रहे हैं लेकिन सरकार अपनी जिद पर अड़ी हुई है। अब किसानों ने सरकार के साथ सीधी लड़ाई लड़ने का मन बना लिया है और इसीलिए अब रेलवे ट्रैक जाम करने की चेतावनी दी गई है। लेकिन अब देखना होगा कि सरकार पर किसानों की चेतावनी का कितना असर होता है और सरकार किसानों को मनाने के लिए क्या रणनीति अपनाती है।
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