Edited By Saurabh Pal, Updated: 09 Sep, 2024 10:01 PM
हरियाणा की सियासत में भूपेंद्र हुड्डा और कुमारी सैलजा की अदावत जग जाहिर है। दोनों वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं का कथित तौर पर अलग अलग ग्रुप है। सूबे में विधानसभा चुनावों के ऐलान के बाद से टिकट वितरण पर सभी की नजर है...
हरियाणा डेस्कः हरियाणा की सियासत में भूपेंद्र हुड्डा और कुमारी सैलजा की अदावत जग जाहिर है। दोनों वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं का कथित तौर पर अलग अलग ग्रुप है। सूबे में विधानसभा चुनावों के ऐलान के बाद से टिकट वितरण पर सभी की नजर है, कि किस ग्रुप के नेताओं को कितने टिकट दिए जाएंगे। वर्तमान परिदृष्य की बात करें तो अभी तक कांग्रेस पार्टी ने 41 उम्मीदवारों की घोषणा की है। इन 41 प्रत्याशियों में अभी तक सैलजा गुट के दर्जन भर नेताओं को भी टिकट नहीं मिला है। अब टिकट वितरण को आधार बनाकर कुमारी सैलजा के नाराज होने का दावा किया जा रहा है। इतना ही नहीं उनके इस्तीफे की बात कही जा रही है।
दरअसल सोशल मीडिया पर हरियाणवी ताऊ नाम के सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर दावा किया गया है कि सांसद कुमारी सैलजा ने सोनिया गांधी के सामने अपने इस्तीफे की पेशकश कर दी है। वहीं इस्तीफे कारण सोशल पोस्ट में सीट वितरण में हुड्डा के दबदबे को बताया गया है।
हालांकि इस पोस्ट पर हरियाणा मांगे सैलजा नाम के हैंडल से मामले पर सफाई दी गई है। सफाई में लिखा है कि "भाजपा IT Cell बहन कुमारी सैलजा से बेहद डरा हुआ है, और अब 2 साल पुरानी न्यूज चला रहे हैं। लेकिन ये दुष्प्रचार करने वाले समझ लें कि कुमारी सैलजा पार्टी की वफादार हैं और महेशा कांग्रेस परिवार के साथ रहेंगी। हां G-23 बनाने वाले लोग जरूर ऐसा सोच सकते हैं।"
हरियाणा मांगे सैलजा हैंडल ने अपनी सफाई की अंतिम लाइन में भूपेंद्र हुड्डा को भी आड़े हाथों ले लिया। क्योंकि कांग्रेस में कुछ वर्ष पहले एक जी 23 ग्रुप बना था। इस ग्रुप में भूपेंद्र हुड्डा भी थे। यह ग्रुप कांग्रेस पार्टी पर गांधी परिवार के वर्चस्व के खिलाफ था। हालांकि बाद में हुड्डा के ही सहयोग से जी 23 ग्रुप को प्रियंका गांधी ने तोड़ दिया था।
क्या है सैलजा के इस्तीफे की सच्चाई ?
बता दें कुमारी सैलजा अभी हरियाणा की राजनीति में सक्रिय हैं। इसके साथ ही वह हरियाणा में कांग्रेस पार्टी की सरकार बनाने के लिए मेहनत कर रहीं हैं। कुमारी सैलजा के इस्तीफे की खबर पूरी तरह से गलत और निराधार है।