Edited By Isha, Updated: 04 Oct, 2024 06:30 PM
नवरात्रि के पावन दिनों में कोई नौ देवियों की पूजा अर्चना करता है। इन दिनों तक लोग नॉनवेज छोड़कर शाकाहारी व्यंजनों का लुत्फ उठाते हैं,लेकिन इस बीच महंगाई को लेकर आ रही रिपोर्ट ने लोगों की नींद उड़ा दी है। दरअसल, वेज थाली के नॉन-वे
हरियाणा डेस्कः नवरात्रि के पावन दिनों में कोई नौ देवियों की पूजा अर्चना करता है। इन दिनों तक लोग नॉनवेज छोड़कर शाकाहारी व्यंजनों का लुत्फ उठाते हैं,लेकिन इस बीच महंगाई को लेकर आ रही रिपोर्ट ने लोगों की नींद उड़ा दी है। दरअसल, वेज थाली के नॉन-वेज के मुकाबले 11 प्रतिशत तक महंगी हो गई है। वहीं मांसाहारी भोजन की थाली इस दौरान सस्ती हुई है। पिछले वर्ष की तुलना में इस साल नॉन-वेज थाली की एवरेज कॉस्ट 2 प्रतिशत घटकर 59.3 रुपए हो गई।
क्रिसिल ने ‘Roti, Rice, Rate’ नाम से एक रिपोर्ट जारी की है। इसमें सब्जियों के दाम में आई तेजी को थाली महंगी होने का सबसे बड़ा कारण बताया गया है। एक सामान्य वेज थाली की 37 प्रतिशत लागत सिर्फ सब्जियों की कीमत चुकाने में ही जाती है। इसके अलावा बीते एक साल में आटा, चावल, दाल और तेल के भी दाम बढ़े हैं।
क्रिसिल की रिपोर्ट के मुताबिक सितंबर में प्याज, आलू तथा टमाटर की कीमतें बढ़ी हैं। प्याज के दाम 53 प्रतिशत, आलू के 50 प्रतिशत और टमाटर के दाम 18 प्रतिशत तक बढ़ें हैं। इसकी वजह प्याज तथा आलू की आवक कम होना है। वहीं भारी बारिश के चलते आंध्र प्रदेश और महाराष्ट्र में टमाटर का उत्पादन प्रभावित हुआ है। प्रोडक्शन में कमी से दालों की कीमतों में पिछले साल की तुलना में 14 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। जबकि साल की शुरुआत में कीमतों में कटौती के कारण ईंधन की कीमतों में 11 प्रतिशत की गिरावट आई है।