Edited By Manisha rana, Updated: 22 Nov, 2024 09:45 AM
श्री बालाजी सेवा संघ के नेतृत्व में बुधवार को श्रद्धालु अमृतसर- अजमेर एक्सप्रेस से मेहंदीपुर बालाजी से लौट रहे थे। इसी डिब्बे में कपूरथला के स्वामी प्रसाद अपने परिवार के साथ खाटू श्याम जी (Khatu Shyam Ji) के दर्शन करके घर लौट रहे थे।
हरियाणा डेस्क: श्री बालाजी सेवा संघ के नेतृत्व में बुधवार को श्रद्धालु अमृतसर- अजमेर एक्सप्रेस से मेहंदीपुर बालाजी से लौट रहे थे। इसी डिब्बे में कपूरथला के स्वामी प्रसाद अपने परिवार के साथ खाटू श्याम जी (Khatu Shyam Ji) के दर्शन करके घर लौट रहे थे। हरियाणा के चरखी दादरी में जब ट्रेन पहुंची, तो स्वामी प्रसाद को दिल का दौरा पड़ गया और उनकी सांसे थम गई, तभी डिब्बे में मौजूद महिला डॉक्टर ईशा भारद्वाज ने बिना देर दिए मरीज को सीपीआर देना शुरू कर दिया।
मरीज की हार्ट की तीनों नाड़ियां ब्लॉक थी
35 सेकंड तक सीपीआर देने के बाद मरीज के हाथ-पैरों में हलचल महसूस की जाने लगी, इसके बाद 12 सेकंड तक और CPI देने के बाद मरीज ठीक होकर उठकर बैठ गया। कुछ देर के बाद रेवाड़ी स्टेशन आने पर मरीज को एंबुलेंस में बैठाकर पुष्पांजलि अस्पताल ले जाया गया, जहां अब मरीज की हालत बेहतर बताई जा रही है। हालांकि डॉक्टरी जांच में पता चला कि मरीज की हार्ट की तीनों नाड़ियां ब्लॉक थी।
यात्रियों ने डॉक्टर ईशा को किया सम्मानित
वहीं मौके पर मौजूद सभी यात्रियों ने तालियां बजाकर डॉक्टर ईशा का शुक्रिया किया। यात्रियों ने डॉक्टर ईशा को माता की चुनरी उठाकर सम्मानित किया। स्वामी प्रसाद के बेटे मनीष ने उनके पिता की जान बचाने वाली डॉक्टर ईशा को भगवान का रूप बताया।
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