Edited By Manisha rana, Updated: 10 Sep, 2020 01:31 PM
नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग की अलग-अलग टीमों द्वारा द्वारा घरों में जाकर मच्छरों के लार्वा की जांच की जा रही है। साथ ही दवाओं का छिड़काव करके मच्छरों...
गुडग़ांव (ब्यूरो) : नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग की अलग-अलग टीमों द्वारा द्वारा घरों में जाकर मच्छरों के लार्वा की जांच की जा रही है। साथ ही दवाओं का छिड़काव करके मच्छरों को मारने का कार्य किया जा रहा है। बतादें कि घरों में लार्वा मिलने पर नोटिस देने के साथ ही जुर्माना लगाने का भी प्रावधान है।
फिलहाल लोगों को सावधानी बरतने की हिदायत दी जा रही है। गमलों, कूलर व टायरों में कई दिन तक पानी भरे रहने से इनमें मच्छर पैदा हो रहे हैं। अक्टूबर तक का समय संवेदनशील है, जिसको देखते हुए डेंगू व मलेरिया से बचने के लिए इंतजाम करने होंगे शहर में बीते पांच महीनों के दौरान 2143 घरों में मच्छरों का लार्वा मिला है। लार्वा मिलने वाले घरों को निगम की स्वास्थ्य टीम ने नोटिस भेजे हैं।
डेंगू मादा एडीज इजिप्टी मच्छर के काटने से होता है। इन मच्छरों के शरीर पर धारियां होती हैं। ये मच्छर दिन में और सुबह के वक्त काटते हैं। डेंगू बारिश के मौसम व जुलाई से अक्टूबर तक सबसे ज्यादा फैलता है। इसके साथ ही मलेरिया होने का मुख्य कारण परजीवी मादा मच्छर एनॉफिलिज है। मलेरिया एक प्रकार का बुखार है जो शरीर में ठंड लगने के साथ आता है। कई बार मलेरिया में ठंड लगने की शिकायत भी हो सकती है।