Edited By Isha, Updated: 21 Jul, 2021 09:04 AM

केंद्र सरकार का पायलेट प्रोजेक्ट निर्माणाधीन दिल्ली बड़ोदरा एक्सप्रेस वे ममनून की पहली बारिश में ही जगह जगह से टूटकर बारिश के पानी के साथ बह गया। अब इससे आप खुद अंदाजा लगा सकते है कि जब मानसून की कुछ ही घंटों की पहली बारिश से
सोहना: केंद्र सरकार का पायलेट प्रोजेक्ट निर्माणाधीन दिल्ली बड़ोदरा एक्सप्रेस वे ममनून की पहली बारिश में ही जगह जगह से टूटकर बारिश के पानी के साथ बह गया। अब इससे आप खुद अंदाजा लगा सकते है कि जब मानसून की कुछ ही घंटों की पहली बारिश से यह हाल हो गया तो मानसून की बाकी बारिश सरकार के इस पायलेट प्रोजेक्ट का क्या हाल कर देगी।
पुलों के नीचे हुआ जलभराव व दलदल
केंद्र सरकार द्वारा बनाए जा रहे इस एक्सप्रेस वे को जमीन से करीब 15 फुट ऊँचाई पर बनाया जा रहा है जिसके नीचे गॉवो को जाने वाली सड़क मार्ग पर पुल बनाए गए है पुलों के नीचे से सड़क मार्ग को उखाड़ कर पुल निर्माण के लिए पिल्लर बनाये गए थे लेकिन उखाड़े गए सड़क मार्ग को ककन्ट्रैशन करने वाली कंपनी ने अभी तक ठीक नही कराया है।जिससे पुलों के नीचे तालाब बन गए है जिसमें आएं रोज वाहन खराब हो रहे है व वाहन पानी और दलदल में फस जाते है जिससे वाहन चालक व यहां से गुजरने वाले लोग इस कंट्रक्शन कंपनी की मनमर्जी से काफी परेशान है।
स्थानीय अधिकारी नहीं ले रहे कोई सुध
ऐसा नही है कि इस समस्या को लेकर स्थानीय अधिकारियों को कोई जानकारी ना हो इस गंभीर समस्या को लेकर कई बार स्थानीय लोग एसडीएम से लेकर पीडब्लूडी बी&आर के अधिकारियों को अवगत करा कर समस्या का समाधान करने की माँग कर चुके है लेकिन आज तक समस्या जस की तस बनी हुई है अब देखना इस बात का होगा कि क्या जिला के उच्च अधिकारी या फिर स्थानीय विधायक लोगो की इस समस्या पर संज्ञान लेकर इस समस्या से निजात दिला पाते है या फिर ये एक्सप्रेस वे लोगो के लिए एक आफत बना रहेगा।