Edited By Pawan Kumar Sethi, Updated: 08 Dec, 2025 10:05 PM

जिले में बेसहारा कुत्तों की बढ़ती संख्या, सार्वजनिक सुरक्षा और सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के प्रभावी पालन को ध्यान में रखते हुए डीसी अजय कुमार ने सोमवार को लघु सचिवालय में जिला स्तरीय समिति की बैठक आयोजित की।
गुड़गांव, (ब्यूरो): जिले में बेसहारा कुत्तों की बढ़ती संख्या, सार्वजनिक सुरक्षा और सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के प्रभावी पालन को ध्यान में रखते हुए डीसी अजय कुमार ने सोमवार को लघु सचिवालय में जिला स्तरीय समिति की बैठक आयोजित की। बैठक में बेसहारा कुत्तों पर नियंत्रण, उनके मानवीय प्रबंधन, सुरक्षा उपायों के क्रियान्वयन तथा विभागीय समन्वय पर विस्तृत समीक्षा की गई।
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बैठक में पशु जन्म नियंत्रण (एबीसी) कार्यक्रम को सख्ती से लागू करने, स्कूलों, अस्पतालों, खेल मैदानों, बस अड्डों, रेलवे स्टेशनों आदि स्थानों से कुत्तों को हटाने, उनकी समयबद्ध नसबंदी कराने तथा उन्हें सुरक्षित शेल्टर होम भेजने पर विशेष फोकस किया गया। इसके साथ ही डीसी ने नागरिकों से अपील की कि वे बेसहारा पशुओं को सड़कों पर न छोड़ें, ताकि सुरक्षित और सुगम यातायात व्यवस्था सुनिश्चित हो सके।
डीसी ने सभी संबंधित विभागों को निर्देश दिए कि जिले के सभी संवेदनशील स्थलों जैसे स्कूल, अस्पताल, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, खेल मैदान आदि की सूची प्राथमिकता से तैयार की जाए। इन स्थानों पर निगरानी व्यवस्था, सुरक्षा उपाय और त्वरित प्रतिक्रिया तंत्र लागू किया जाए। डीसी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया कि सभी सरकारी व निजी अस्पतालों में एंटी रेबीज वैक्सीन का पर्याप्त भंडार उपलब्ध रखा जाए, ताकि कुत्तों के काटने की किसी भी घटना पर तत्काल चिकित्सा सहायता उपलब्ध हो सके। इसके साथ ही सभी नगर निकायों को कुत्तों के लिए अलग शेल्टर शेड विकसित करने के निर्देश दिए गए, जिससे पशुओं का मानवीय संरक्षण और नागरिकों की सुविधा दोनों सुनिश्चित हों।
डीसी अजय कुमार ने स्पष्ट कहा कि यह अभियान महज प्रशासनिक प्रक्रिया नहीं, बल्कि नागरिकों की सुरक्षा, स्वास्थ्य सुनिश्चित करने का प्रयास है। उन्होंने विभागों को नियमित निरीक्षण, समन्वित कार्रवाई और समयबद्ध प्रगति रिपोर्ट देने के निर्देश दिए। नगर निगम गुरुग्राम के संयुक्त आयुक्त प्रीतपाल ने बैठक में बताया कि बेसहारा कुत्तों के प्रबंधन की जिम्मेदारी दो एजेंसियों को सौंपी गई है,निगम क्षेत्र में 78 फीडिंग स्पॉट चिन्हित किए गए हैं, जहां समुचित साइन बोर्ड लगाए जा रहे हैं।
नगर निगम मानेसर के अधिकारियों ने बताया कि नौरंगपुर में शेल्टर होम तैयार किया गया है तथा नैनवाल गांव में एक एकड़ में नया शेल्टर प्रस्तावित है। मानेसर क्षेत्र में 20 फीडिंग पॉइंट निर्धारित किए गए हैं। नगर पालिका फरुखनगर में 16, नगर परिषद सोहना में 15 तथा नगर परिषद पटौदी-जाटोली मंडी में 30 फीडिंग स्पॉट चिन्हित किए गए हैं। डीसी ने एनएचएआई तथा पीडब्ल्यूडी अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे जिले में सभी ऐसे स्ट्रेच पॉइंट्स की सूची बनाएं जहां बेसहारा पशु अक्सर बैठते हैं, ताकि सड़क सुरक्षा के दृष्टिकोण से आवश्यक कदम उठाए जा सकें। बैठक में एडीसी वत्सल वशिष्ठ, जीएम रोडवेज भारत भूषण गोगिया, मानेसर निगम के संयुक्त आयुक्त लोकेश यादव, सीटीएम सपना यादव सहित संबंधित विभागों के अधिकारी बैठक में मौजूद रहे।