कोरोना वायरस की दहशत: हैकर्स का नया फंडा, फेक वीडियो डाल चुरा रहे डाटा

Edited By Isha, Updated: 01 Apr, 2020 02:49 PM

corona virus panic hackers  new fund fake video putting stolen data

दुनियाभर के 140 से अधिक देशों में फैले चुके कोरोना वायरस कोविड-19 को विश्व स्तर पर महामारी घोषित किया जा चुका है। इस महामारी को लेकर लोगों.....

पानीपत (संजीव) : दुनियाभर के 140 से अधिक देशों में फैले चुके कोरोना वायरस कोविड-19 को विश्व स्तर पर महामारी घोषित किया जा चुका है। इस महामारी को लेकर लोगों के मन में इस कद्र भय समा चुका है कि हर कोई इंटरनैट पर इस वायरस से बचाव या उपचार के बारे में जानकारी सर्च कर रहा है। पिछले कुछ दिनों से इंटरनैट पर कोरोना की सर्च इतनी बढ़ी है कि यह सबसे ज्यादा सर्च होने वाला शब्द बन चुका है। इसे लोगों में कोविड-19 का भय कहो या जागरूकता लेकिन इंटरनैट के इस दौर में हर कोई इंटरनैट पर इसे सर्च कर रहा है। लेकिन सच्चाई यह है कि लोगों को इस सर्च से फायदा हो या ना हो लेकिन हैकर्स अवश्य ही मौके का फायदा उठाने में लगे हैं तथा इंटरनैट पर मालवेयर डालकर लोगों का डाटा चोरी कर रहे हैं। 

साइबर अपराधियों ने कोरोना वायरस को लेकर दुनिया भर में फैली दहशत का फायदा उठाते हुए एक ऐसी वीडियो तैयार की है जिसके बारे में इंटरनैट पर वायरल करते हुए दावा किया गया है कि इस वीडियो में कोरोना से बचाव के तरीके बताए गए हैं। जिसके चलते ही इंटरनैट यूजर द्वारा ऐसी वीडियो को डाऊनलोड करके अपने मित्रों के साथ व्हाटस एप या फेसबुक पर शेयर किया जा रहा है।

जबकि सच्चाई ये है कि ऐसी वीडियो में एक खतरनाक ट्रोजन वायरस है जो कि  मोबाइल फोन या कम्प्यूटर से डाटा चोरी कर रहे हैं। इंटरनैट पर इस तरह की 11 से अधिक वीडियो मौजूद हैं। लोगों को ऐसी वीडियो से सतर्क रहने की जरूरत है। वहीं साइबर एक्सपर्ट का कहना है कि किसी फाइल के पीछे डॉट ईएक्सई या डॉट ङ्क्षलक लिखा हो तो उसे भूलकर भी बिना सोचे-समझे क्लीक न करें। 

कोरोना वायरस मैप से बच के रहना
इंटरनैट पर कोरोना-वायरस-मैप डॉट काम डॉट ईएक्सई नाम का एक टूल शेयर किया जा रहा है। प्रथम दृष्टि में इसका ग्रफिक देखने पर लगता है कि इसमें कोरोना वायरस से जुड़ी सभी जानकारियां हैं। लेकिन ग्राफिक के पीछे एक मालवेयर काम कर रहा है। जिस पर क्लीक करते ही आपके पासवर्ड, कै्रडिट कार्ड इन्फार्मैशन और दूसरी संवेदनशील जानकारियां हैकर्स के पास पहुंच जाती हैं और आपका डाक्टा चोरी हो जाता है। इस मालवेयर का साइज महज 3.26 एम.बी. है। एक बार सिस्टम में इंस्टाल होने के बाद यह बैकग्राऊंड में चलता रहता है। मिसलेनियस फाइल्स लोड करने के लिए खुद ही फोल्डर बनाता रहता है। इससे सिस्टम बुरी तरह से प्रभावित होता है। 

व्हाट्स एप पर आए लिंक को ना खोलें
इन दिनों व्हाट्स एप पर एक लिंक भेजकर दावा किया जा रहा है कि इस ङ्क्षलक को खोलने पर उसमें कोरोना से रोकथाम संबंधी जानकारी हैं। जैसे ही उस लिंक पर क्लीक किया जाता है तो तुरन्त एक स्पाई साफ्टवेयर इंस्टाल हो जाता है। जिससे बाद बैंक खाते की डिटेल, पासवर्ड, पर्सनल डाटा हैकरों के पास पहुंच रहा है। इसीलिए ऐसी किसी भी लिंक को क्लीक करने से बचें तथा मीडिया या प्रशासन के माध्यम से सरकार द्वारा उपलब्ध करवाई जा रही जानकारियों पर ही भरोसा करें। 
 

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!