Edited By Yakeen Kumar, Updated: 08 Feb, 2025 06:02 PM

हरियाणा सरकार की ओर से नर नीलगाय को मारने की अनुमति देने के मुद्दे पर अब विवाद शुरू हो गया है। पूर्व सांसद कुलदीप बिश्नोई ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर वन्य जीव (संरक्षण) अधिनियम 1974 को निरस्त करने के फैसले पर पुनर्विचार की मांग की है।
डेस्क टीम : हरियाणा सरकार की ओर से नर नीलगाय को मारने की अनुमति देने के मुद्दे पर अब विवाद शुरू हो गया है। पूर्व सांसद कुलदीप बिश्नोई ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर वन्य जीव (संरक्षण) अधिनियम 1974 को निरस्त करने के फैसले पर पुनर्विचार की मांग की है।
बिश्नोई ने कहा, 'इस कानून से बिश्नोई समाज की भावनाएं आहत हुई हैं।' बिश्नोई सभा हिसार के पूर्व प्रधान व वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रदीप बैनीवाल ने इस अधिनियम को तुरंत प्रभाव से रद्द करने की मांग की है। इससे बिश्नोई समाज के साथ-साथ वन्य जीव रक्षकों में काफी रोष है।
प्रकृति प्रेमी भी नाराज
प्रकृति प्रेमी राकेश अहलावत ने कहा कि नीलगाय को मारने की क्या जरूरत है। यदि नीलगाय को प्रभावित क्षेत्र से हटाना ही है तो ट्रैंकुलाइज करके अन्य जंगलों या नेशनल पाकों में छोड़ जा सकता है। उन्होंने कहा कि सरकार ने इस पर पुनर्विचार नहीं किया तो धरना-प्रदर्शन करेंगे। जरूरत पड़ी तो अदालत का दरवाजा भी खटखटाएंगे।
(पंजाब केसरी हरियाणा की खबरें अब क्लिक में Whatsapp एवं Telegram पर जुड़ने के लिए लाल रंग पर क्लिक करें)