Edited By Isha, Updated: 08 Feb, 2025 10:42 AM
![congress will contest civic elections in haryana on its symbol](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2025_2image_13_32_534160368congress-ll.jpg)
हरियाणा के विधानसभा चुनावों में मिली शिकस्त के बाद कांग्रेस का अब इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) से भरोसा उठ गया है। प्रदेश में होने वाले शहरी स्थानीय निकाय – नगर निगम, नगर परिषद और
चंडीगढ़: हरियाणा के विधानसभा चुनावों में मिली शिकस्त के बाद कांग्रेस का अब इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) से भरोसा उठ गया है। प्रदेश में होने वाले शहरी स्थानीय निकाय – नगर निगम, नगर परिषद और नगर पालिका चुनाव ईवीएम की बजाय बैलेट पेपर से करवाने की मांग कांग्रेस ने उठाई है। इस मांग को लेकर कांग्रेस नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल चुनाव आयोग से भी मुलाकात करेगा।
वहीं दूसरी ओर, कांग्रेस ने नगर निगमों में मेयर तथा निगम पार्षदों के चुनाव पार्टी सिम्बल पर लड़ने का निर्णय लिया है। नगर परिषद और नगर पालिका में चेयरमैन/अध्यक्ष के भी डायरेक्ट चुनाव होंगे लेकिन कांग्रेस ने परिषद और पालिका पर अभी कोई निर्णय नहीं लिया है। निकाय चुनाव की तैयारियों व रणनीति को लेकर प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की बड़ी बैठक शुक्रवार को नयी दिल्ली में हुई। प्रदेशाध्यक्ष चौ़ उदयभान ने बैठक की अध्यक्षता की।
बैलेट पेपर पर चुनाव की मांग को लेकर राज्य चुनाव आयुक्त धनपत सिंह से मुलाकात का समय लेने के लिए प्रदेशाध्यक्ष चौ़ उदयभान को अधिकृत किया है। इस बैठक में पूर्व केंद्रीय मंत्री व सिरसा सांसद कुमारी सैलजा तथा राज्यसभा सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला शामिल नहीं हुए। पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा, हरियाणा मामलों के सह-प्रभारी जितेंद्र बघेल व प्रफुल्ल पटेल, रोहतक सांसद दीपेंद्र हुड्डा, सोनीपत सांसद सतपाल ब्रह्मचारी, हिसार सांसद जयप्रकाश ‘जेपी’ व अंबाला सांसद वरुण चौधरी बैठक में मौजूद रहे।
बैठक में पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह, पूर्व मंत्री कैप्टन अजय यादव, पूर्व स्पीकर व थानेसर विधायक अशोक अरोड़ा, पूर्व शिक्षा मंत्री व झज्जर विधायक गीता भुक्कल, कार्यकारी प्रदेशाध्यक्ष सुरेश मतलौडा, पूर्व मंत्री करण सिंह दलाल, पूर्व मंत्री व नूंह विधायक आफताब अहमद, रोहतक विधायक भारत भूषण बतरा, कलानौर विधायक शकुंतला खटक और पूर्व मुख्य संसदीय सचिव राव दान सिंह सहित कई अन्य वरिष्ठ नेता भी मौजूद रहे। बैठक में आपसी विचार-विमर्श के बाद तय किया गया कि निगम में मेयर व पार्षदों के चुनाव कांग्रेस अपने सिम्बल पर लड़ेगी।