Edited By Yakeen Kumar, Updated: 20 Jun, 2025 09:36 PM

कष्ट निवारण समिति की बैठक के दौरान उस समय भावुक पल देखने को मिला, जब कांग्रेस विधायक का दर्द छलक उठा। विधायक ने मंच पर मंत्री कृष्ण बेदी के सामने अपनी पीड़ा रखते हुए कहा कि प्रशासन की ओर से उन्हें समिति की बैठकों में आमंत्रित ही नहीं किया जाता।
यमुनानगर (सुरेंद्र मेहता) : यमुनानगर कष्ट निवारण समिति की बैठक के दौरान उस समय भावुक पल देखने को मिला, जब सढौरा से कांग्रेस विधायक रेणु बाला का दर्द छलक उठा। विधायक ने मंच पर मंत्री कृष्ण बेदी के सामने अपनी पीड़ा रखते हुए कहा कि प्रशासन की ओर से उन्हें समिति की बैठकों में आमंत्रित ही नहीं किया जाता। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि न तो उन्हें कोई मैसेज भेजा जाता है, न कोई कॉल और न ही कोई सूचना दी जाती है। उन्होंने कहा, "हम जनता द्वारा चुने गए प्रतिनिधि हैं, लेकिन हमें ही अनदेखा किया जा रहा है।"
विधायक के इस सवाल पर मंत्री कृष्ण बेदी ने जवाब देते हुए कहा, "बहन जी, जब भी मैं आता हूं, तो आपको खुद फोन करता हूं समिति में आने के लिए।" इस पर रेणु बाला ने सहमति जताई और कहा कि आपका फोन जरूर आता है, यह बात सत्य है, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई सूचना नहीं मिलती। इस बातचीत के दौरान रेणु बाला की पीड़ा और नाराजगी साफ झलक रही थी, लेकिन मंत्री कृष्ण बेदी इस मुद्दे को गंभीरता से लेने के बजाय बात को टालते नजर आए। यह घटनाक्रम न केवल प्रशासनिक व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है बल्कि विपक्षी विधायकों के साथ व्यवहार पर भी सोचने को मजबूर करता है।
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