Edited By Saurabh Pal, Updated: 01 Dec, 2023 03:16 PM

हरियाणा में बाढ़ से खराब हुई फसलों के मुआवजे का इंतजार कर रहे किसानों के लिए सरकार की तरफ से अच्छे संकेत मिले हैं। बाढ़ से खराब हुई फसलों के मुआवजे के लिए 1.41 लाख किसान साढ़े 4 माह से इंतजार कर रहे हैं...
चंडीगढ़ः हरियाणा में बाढ़ से खराब हुई फसलों के मुआवजे का इंतजार कर रहे किसानों के लिए सरकार की तरफ से अच्छे संकेत मिले हैं। बाढ़ से खराब हुई फसलों के मुआवजे के लिए 1.41 लाख किसान साढ़े 4 माह से इंतजार कर रहे हैं। अब सरकार किसानों को दिसंबर के पहले सप्ताह में मुआवजा देने की तैयारी में है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पहले उन किसानों को राशि मिलेगी, जो दोबारा धान की रोपाई नहीं कर पाए। जिन्होंने दोबारा से रोपाई की है, उन्हें 7000 रु. प्रति एकड़ के हिसाब से 10 दिन बाद मुआवजे की राशि जारी की जाएगी।
बीमा कराने वाले किसानों को बीमा कंपनी देगी मुआवजा
खरीफ सत्र में मंडियों में बेचे गए धान व किल्ला नंबर की क्रॉस चेकिंग 16 से 30 नवंबर तक कर ली गई है। अब फसल बीमा कराने वाले किसानों के नाम व किल्ला नंबर की क्रॉस चेकिंग जारी है। जिसके जल्द ही पूरे होने की उम्मीद है। यह चेकिंग इस लिए जरूरी है, ताकि बीमा कराने वाले किसानों को कंपनी से मुआवजा मिल सके। बिना फसल बीमा वाले किसानों को सरकार मुआवजा देगी। 100% खराबे पर 15 हजार रुपए राशि मिलेगी।
इस बार हरियाणा में घटा धान का उत्पादन
प्रदेश में इस बार करीब 15.20 लाख हेक्टेयर में धान की फसल उगाई गई है। बरसात, बाढ़ से सबसे ज्यादा नुकसान भी धान को हुआ है। 6.87 लाख एकड़ फसल के लिए किसानों ने सरकार से मुआवजे की मांग की है। इस बार 58.95 लाख टन धान का उत्पादन हुआ है। किसानों के बैंक खातों में धान बिक्री की लगभग सारी राशि डाल दी गई है। सरकार ने पहले फसल खराबे का आकलन कराया था। जिसमें 2811 करोड़ रुपए मुआवजा राशि बनती थी। फिर से आकलन हुआ है, इसके आधार पर ही किसानों को मुआवजा दिया जाएगा।
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