‘संवाद’ के साथ सूबे के विकास का ‘रोडमैप’ बनाने की नायाब कवायद में सीएम सैनी!

Edited By Yakeen Kumar, Updated: 16 Jul, 2025 09:22 PM

cm saini in a unique effort to create a  roadmap

मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी हरियाणा में प्रशासनिक ढांचे को सुदृढ़ करने और आमजन के बीच रहकर संवाद की मार्फत उनकी समस्याओं के निवारण व प्रदेश में विकासकारी नीतियों का एक मजबूत

चंडीगढ़ (संजय अरोड़ा) : मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी हरियाणा में प्रशासनिक ढांचे को सुदृढ़ करने और आमजन के बीच रहकर संवाद की मार्फत उनकी समस्याओं के निवारण व प्रदेश में विकासकारी नीतियों का एक मजबूत रोडमैप तैयार करने की नायाब कवायद को अंजाम देने में जुटे हुए हैं और उनका आक्रामक मोड भी इस बात को तस्दीक करता हुआ दिखाई दे रहा है कि जनता के प्रति अफसरों का ‘बेरुखी’ व्यवहार अब किसी भी सूरत में ‘सरकार’ बर्दाश्त नहीं करेगी। अफसरों को जनता के प्रति और जवाबदेह बनाने की दिशा में मुख्यमंत्री सैनी ने अपना रुख साफ कर दिया है कि यदि अफसरों की ढिलाई या सुनवाई न करने के कारण किसी भी पीडि़त को परेशानी हुई तो संबंधित अधिकारी एवं कर्मचारी खुद को ‘दिक्कत’ में डाल लेंगे। 

मसलन मुख्यमंत्री सैनी ने तल्ख तेवरों के साथ चेतावनी भरे लहजे में दो टूक कह दिया कि जनता की शिकायतों का निवारण प्रथम प्राथमिकता है और ऐसा न करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। इसके अलावा उन्होंने दोहराया कि जनता के साथ संवाद और सूबे का विकास सरकार का एक नायाब मॉडल बनाना न केवल संकल्प है बल्कि इसे कायम करना हमारी पहली प्राथमिकता है। राजनीतिक पर्यवेक्षकों का मानना है कि चेहरे पर सरलता, सहजता और मुस्कुराहट के भाव रखने वाले मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी जिस अंदाज में बुधवार को गुरुग्राम में अधिकारियों की बैठक में हरियाणावासियों को लेकर संजीदा दिखाई दिए उससे ये साफ जाहिर है कि वे भी तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की मानिंद अफसरशाही पर ‘लगाम’ लगाने की दिशा में कदम बढ़ाते हुए दिखाई दे रहे हैं और उनकी इसी शैली से ये भी लगने लगा है कि आने वाले दिनों में जनता को अब अपनी शिकायतें लेकर दर-दर भटकना नहीं पड़ेगा। खास बात ये है कि जन समस्याओं के निवारण को लेकर खुद मुख्यमंत्री इस हद तक संजीदा हैं कि इस बात का प्रमाण इस बात से मिलता है कि वे जब भी कहीं फील्ड में दौरे पर होते हैं तो खेत-खलिहान से लेकर सडक़ तक जहां भी उन्हें लोग दिखाई देते हैं तो वे तुरंत गाड़ी रोककर लोगों के बीच पहुंच जाते हैं और देखते ही देखते जन दरबार लग जाता है।

मुख्यमंत्री दे रहे फील्ड से फीडबैक का मूल मंत्र

गौरतलब है कि साढ़े 9 साल तक मुख्यमंत्री रहे मनोहर लाल खट्टर ने प्रदेश में विकासकारी नीतियों को लागू करने के साथ साथ आमजन पर भी विशेष फोकस रखा और इसी दिशा में उन्होंने अपने सोशल मीडिया के प्लेटफाम्र्स को ट्रबल शूटआऊट का एक बड़ा आधार बना दिया था। वे निरंतर फील्ड में रहते और लोगों से संवाद के साथ साथ फीडबैक लेते व उसी के बूते नई नीतियों को तैयार करने के साथ साथ सामने आने वाली दिक्कतों का निवारण करते। कमोबेश वर्तमान मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी भी जनता के बीच में जाकर संवाद के माध्यम से शिकायतें सुनते हैं और उनका निवारण करते हैं व साथ ही फीडबैक भी लेते हैं। अब मुख्यमंत्री सैनी ने हरियाणा के अधिकारियों को भी इसी मूल मंत्र को अपनाने के लिए निर्देश जारी किए हैं। चूंकि सरकार का मानना है कि जनता के बीच में रहने से लोगों की दिक्कतों का आभास होता है और समय रहते इन समस्याओं का समाधान किया जा सकता है। यही कारण है कि मुख्यमंत्री सैनी हरियाणा में संवाद के साथ विकास के मूल मंत्र को सार्थक करने के लिए अधिकारियों को भी इसी ट्रैक पर ले जाने की कवायद में हैं। खास पहलू ये भी है कि फील्ड से लौटने के बाद मुख्यमंत्री सैनी आधी-आधी रात को भी अधिकारियों के साथ मंत्रणा करते हैं और उन्हें सामने आने वाली समस्याओं का निवारण करने के निर्देश जारी करते हैं। पिछले हफ्ते के दौरान की बात की जाए तो मुख्यमंत्री सैनी देर रात्रि तक भी पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए नजर आए और इन बैठकों में कानून व्यवस्था के साथ साथ जनहितों से जुड़़े मुद्दे ही मुख्य एजैंडे रहे। 

अफसरों को जवाबदेह बनाने के लिए अपना रहे ये रुख

खास बात ये है कि आम जन से सौम्यता, सहजता व सरलता से अपने निवास स्थान पर देररात्रि तक मुलाकात करने वाले मुख्यमंत्री नायब सैनी काम को लेकर बेहद सख्त भी हैं। उनका ये रुख साफ दर्शा रहा है कि वे अफसरों को जनता के प्रति जवाबदेह बनाने की दिशा में जुटे हुए हैं। इसका उदाहरण इसी बात से भी लगाया जा सकता है कि अधिकारियों की बैठक में सैनी ने सख्त लहजे में कहा कि अधिकारी जनता की समस्याओं के प्रति संवेदनशील बनें। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि किसी अधिकारी की लापरवाही से कोई व्यक्ति चंडीगढ़ तक शिकायत लेकर आता है तो संबंधित अधिकारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। छोटे-छोटे कार्यों को समय रहते पूरा कर जनता की बड़ी समस्याओं का हल किया जा सकता है। मुख्यमंत्री के इन तेवरों को लेकर अब प्रशासनिक ‘कुनबे’ में भी एक अलग तरह का माहौल दिखाई देने लगा है और कहा जा रहा है कि आला अधिकारियों ने हरियाणा के सभी जिलों के अधिकारियों को साफ निर्देश दे दिए हैं कि वे जनता की शिकायतों को पैंडिंग करने की बजाए उनके निवारण को प्राथमिकता के आधार पर लें। इसके लिए एक ट्रैक सिस्टम पर काम करें ताकि इस बात का पता लगाया जा सके कि किस विभाग के प्रति ज्यादा शिकायतें हैं और उन्हें मिली कुल शिकायतों में कितनों का निवारण हुआ और पैंडिंग शिकायतों का स्टेट्स क्या है? 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में तीन गुणा तेज गति से विकास पथ पर बढ़ रहा हरियाणा:  नायब सैनी

हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने सोशल मीडिया में एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा कि ‘152-डी हाइवे पर हरियाणा के परिवारजनों से आत्मीय भेंट के दौरान सुबह की राम-राम की और उनके साथ विकास की भी बातें हुईं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हरियाणा की नॉनस्टॉप सरकार प्रदेश को 3 गुना तेजगति से विकास के पथ पर आगे बढ़ा रही है। मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश में अब एक नई व्यवस्था बनाई जा रही है, जिसके तहत थानों को जनसंख्या के आधार पर एस.एच.ओ का स्कोरिंग सिस्टम दिया जाएगा, जिससे पुलिसिंग की पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित की जा सके। इसके अलावा हरियाणा का विकास भी और संवाद भी के मॉडल को बनाने का सार्थक प्रयास किया जा रहा है। 
 

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