Edited By Yakeen Kumar, Updated: 10 Jul, 2025 09:02 PM

हरियाणा में विकासकारी नीतियों को बढ़ावा देने के साथ साथ जिस प्रकार तत्कालीन मुख्यमंत्री एवं वर्तमान में केंद्रीय ऊर्जा एवं शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने प्रदेश में धर्म संस्कृति का विस्तार करने की अनूठी पहल की तो कमोबेश
चंडीगढ़ (संजय अरोड़ा) : हरियाणा में विकासकारी नीतियों को बढ़ावा देने के साथ साथ जिस प्रकार तत्कालीन मुख्यमंत्री एवं वर्तमान में केंद्रीय ऊर्जा एवं शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने प्रदेश में धर्म संस्कृति का विस्तार करने की अनूठी पहल की तो कमोबेश अब उसी राह पर प्रदेश के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी भी चलते हुए दिखाई दे रहे हैं। प्रदेश में धर्म गुरुओं, संतों व महापुरुषों की जयंतियों पर विशेष राज्य स्तरीय समारोह आयोजन करने के साथ साथ प्रदेश के प्रमुख संस्थानों व मार्गों का नाम भी संतों व धर्म गुरुओं के नाम पर रखने की कवायद भी इसी भाजपा सरकार ने की।
गुरुवार को गुरु पूर्णिमा के अवसर पर प्रदेश के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने पड़ोसी राज्य पंजाब के जालंधर स्थित अनेक धार्मिक कार्यक्रमों में न केवल शिरकत की बल्कि गुरुओं के द्वार पर पहुंच कर उनसे आशीर्वाद भी लिया। यही नहीं गुरु, गौ व गीता के भाव को चरितार्थ करते हुए नायब सैनी ने गुरुजनों के आशीर्वाद के अलावा गौशाला में गौमाता की सेवा भी की। नायब सैनी ने गुरु पूर्णिमा के दिन पंजाब के जिला जालंधर के नूर महल में दिव्य ज्योति जागृति संस्थान के समारोह में शिरकत की तो वहीं वे बाबा मोहन दास आश्रम में गुरु मां सोमा देवी का आशीर्वाद लेने पहुंचे और साथ ही कामधेनु गौशाला में गौमाता की पूजा अर्चना की। मुख्यमंत्री सैनी ने अपने इस दौरे के बाद फेसबुक पेज पर एक पोस्ट शेयर करते हुए कहा कि ‘गुरुओं की पावन धरा पंजाब के जालंधर में दिव्य ज्योति जागृति संस्थान द्वारा आयोजित देव दुर्लभ श्री गुरु पूर्णिमा महोत्सव में सम्मिलित होकर दिव्य अनुभूति हुई। यह पावन पर्व अपने पूज्य गुरुओं का वंदन व अभिनन्दन करने का है। गुरुओं के मार्गदर्शन, कृपा एवं आशीर्वाद से प्रत्येक व्यक्ति अपने जीवन को सही मार्ग पर रखते हुए समाज को भी सार्थक दिशा प्रदान कर सकता है।’ इस मौके पर मुख्यमंत्री के राजनीतिक सचिव तरुण भंडारी भी मौजूद थे ।
खट्टर की धर्म संस्कृति विस्तार की नीति को आगे बढ़ा रहे सैनी
गौरतलब है कि साल 2014 में मनोहर लाल खट्टर ने बतौर मुख्यमंत्री प्रदेश की कमान संभाली थी और उसके बाद उन्होंने अपने खास प्रयोगों को अंजाम देते हुए सूबे में धर्म संस्कृति के विस्तार को लेकर विशेष फोकस किया। उनके कार्यकाल में प्रदेश सरकार ने राज्य भर में धर्म गुरुओं, संतों व महापुरुषों के दिवसों को लेकर प्रदेश स्तरीय समारोह के आयोजनों की शुरूआत की तो साथ ही खट्टर ने ही गुरु, गौ व गीता के प्रचार प्रसार में भी अनेक कारगर कदम उठाए। प्रदेश में दूसरी बार मुख्यमंत्री बने नायब सिंह सैनी ने भी इसी परपंरा को आगे बढ़ाते हुए खुद को विकासपरक नीतियों के साथ साथ धर्म संस्कृति से भी आत्मसात किया हुआ है। गुरुवार को गुरु पूर्णिमा थी तो इस खास दिन की प्रासंगिकता को बरकरार रखते हुए नायब सैनी पंजाब के जालंधर स्थित नूर महल में दिव्य ज्योति जागृति संस्थान पहुंचे और वहां आयोजित गुरु पूर्णिमा कार्यक्रम में भाग लिया।

इस अवसर पर उनके साथ केंद्रीय रेल राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू भी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री सैनी ने दिव्य ज्योति जागृति संस्थान के आशुतोष जी महाराज के चित्र को नमन कर उनका आशीर्वाद लिया और सभी श्रद्धालुओं को गुरु पूर्णिमा की शुभकामनाएं दीं। मुख्यमंत्री सैनी ने कहा कि यह पावन दिन हमें उन महान गुरुओं के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का अवसर देता है जिन्होंने ज्ञान का प्रकाश देकर हमें जीवन जीने की सही दिशा दिखाई। मुख्यमंत्री ने संस्थान परिसर में स्थित कामधेनु गौशाला का भी दौरा किया और गौ पूजन एवं गौ सेवा में भाग लिया। इसके उपरांत मुख्यमंत्री ने बाबा मोहन दास आश्रम जालंधर में पहुंचकर बाबा मोहन दास जी महाराज का आशीर्वाद प्राप्त किया। उन्होंने कहा कि यह मेरे लिए सौभाग्य की बात है कि हम सभी आज गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर एकत्र हुए हैं। मैं लंबे समय से गुरुजी से जुड़ा रहा हूं और हर वर्ष उनका आशीर्वाद लेता आया हूं।
पर्यावरण के लिए एक पेड़ मां के नाम पर लगाने का किया आह्वान
खास बात ये है कि गुरु पूर्णिमा के दिन धर्म गुरुओं के संस्थानों में पहुंचे मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि आज के दिन हमें एक और संकल्प लेना चाहिए तथा ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत सभी को एक पेड़ अवश्य लगाना चाहिए। उन्होंने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि हमारा पर्यावरण लगातार प्रदूषित होता जा रहा है और हम दिन-प्रतिदिन एयर कंडीशनर पर निर्भर होते जा रहे हैं। ऐसे में यह आवश्यक है कि हम अपने गुरुओं और संतों की शिक्षाओं के अनुरूप पौधारोपण करें, जिससे पर्यावरण संतुलन के साथ-साथ जलवायु परिवर्तन की चुनौती का भी सामना किया जा सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि गुरु पूर्णिमा के अवसर पर हमें संकल्प लेना चाहिए कि हम अपने जीवन में गुरुओं व संतों द्वारा दिखाए गए मार्ग पर चलते हुए समाज व राष्ट्र के भलाई के लिए काम करेंगे। इसके बाद मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने डेरा सचखंड बल्लां जालंधर का भी दौरा किया और वहां माथा टेक कर आशीर्वाद लिया। डेरा प्रबंधन और संत समाज द्वारा उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया। मुख्यमंत्री ने गुरु रविदास जी की शिक्षाओं को नमन करते हुए कहा कि उनका समानता, शांति और सामाजिक समरसता का संदेश आज भी पीढिय़ों को प्रेरणा दे रहा है। उन्होंने डेरा द्वारा समाज कल्याण, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों की सराहना की। मुख्यमंत्री ने आध्यात्मिक धरोहर के संरक्षण और सामाजिक एकता को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर बल देते हुए आश्वस्त किया कि सरकार ऐसे पवित्र संस्थानों द्वारा किए जा रहे प्रयासों में हर संभव सहयोग प्रदान करेगी।
गऊ सेवा के जरिए की मंगल कामना
गुरु पूर्णिमा के दिन गुरुओं के आश्रमों में शीश नवाने के बाद मुख्यमंत्री नायब सैनी ने जालंधर में ही कामधेनु गौशाला पहुंच कर न केवल विधिवत तरीके से गऊओं की पूजा की अपितु आस्था के भाव से उन्होंने इनकी सेवा के जरिए देश एवं प्रदेशवासियों के लिए मंगल कामना करते हुए दूसरों को भी गऊओं की सेवा और गौशाला में सहयोग के लिए प्रोत्साहित किया। इससे पूर्व जब मुख्यमंत्री जालंधर की ओर जा रहे थे तो उन्होंने अपने खास अंदाज में यहां भी जमशेर गांव में अपना काफिला रोककर स्थानीय दुकानदारों और ग्रामीणों से मुलाकात की। नायब सैनी अपने वाहन से उतरकर ग्रामीणों के बीच पहुंचे और सभी का स्नेहपूर्वक ढंग से अभिवादन किया व सभी का कुशलक्षेम जाना। साथ ही स्थानीय समस्याओं के बारे में भी जानकारी लेते हुए ग्रामीणों से खुलकर बातचीत की। यही नहीं लोगों ने भी अपनी समस्याएं मुख्यमंत्री के सामने न केवल रखी बल्कि उनकी सादगी व आत्मीय संवाद के लिए भी काफी सराहना की।