Edited By Yakeen Kumar, Updated: 04 Jan, 2025 06:17 PM
टोहाना अनाज मंड़ी में आज किसाना महापंचायत का आयोजन हुआ। जिसमें देशभर के तमाम किसान व किसान नेताओं ने भाग लिया। महापंचायत में पहुंचे राकेश टिकैत ने भारत सरकार पर जमकर हमला बोला है। राकेश टिकैत ने आगामी आंदोलन के बारे में भी मीडिया को बताया।
टोहाना (सुशील सिंगला) : टोहाना अनाज मंड़ी में आज किसाना महापंचायत का आयोजन हुआ। जिसमें देशभर के तमाम किसान व किसान नेताओं ने भाग लिया। महापंचायत में पहुंचे राकेश टिकैत ने भारत सरकार पर जमकर हमला बोला है। राकेश टिकैत ने आगामी आंदोलन के बारे में भी मीडिया को बताया।
किसान नेता ने कहा कि किसानों का अपनी मांगों को लेकर अगला आंदोलन दिल्ली के अंदर नहीं दिल्ली के बाहर के केएमपी पर होगा जिसका पूरा ड्राफ्ट तैयार कर लिया गया है और रणनीति बना ली गई है यह बात किसान नेता राकेश टिकैत ने टोहाना में किसान महापंचायत के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए कही।
किसानों की नेगेटिव इमेज से हो रहा फायदा- टिकैत
राकेश टिकैत ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि चल रहे आंदोलन से भारत सरकार को फायदा हो रहा है। क्योकि पहला तो ये आंदोलन पंजाब की जमीन पर जिससे पंजाब सरकार को नुकसान हो रहा है। पंजाब सरकार के नुकसान में भारत सरकार को फायदा है। दूसरा इसमें सिख समाज बैठा है जिससे वहां दुकानदार व अन्य को जो परेशानी हो रही है भारत सरकार को फायदा हो रहा है। क्योकि भारत सरकार को लग रहा कि किसान व सिख समाज को इमेज पर नेगेटिव प्रभाव पड़ रहा है।
बिहार में मंड़ियां हो रही खत्म- राकेश टिकैत
राकेश टिकैत ने कहा कि आपने देखा है कि बिहार के लोग मजदूरी करने के लिए यहां काम करने आते हैं। बिहार में तो मंडिया खत्म हो गई क्योकि वहां धान रेट 800 से 1200 रुपये प्रति क्विंटल रह गया है। किसानों को वहां मजदूरी का रेट नही मिलता, इसलिए उन्हें यहां मजदूरी के लिए आना पड़ता है। टिकैत ने कहा कि कश्मीर में किसानों को बर्बाद किया जा रहा है। कश्मीर के किसानों का सेब गाड़ियों को रोककर करोड़ों रूपये का नुकसान किया गया।
सिख समाज शहादत से पीछे नहीं हटता- टिकैत
उन्होंने कहा कि खनोरी बॉर्डर पर बैठे किसान नेता की मदद भारत सरकार कर सकती है। हम मदद नहीं कर सकते क्योंकि सरकार किसानों की मांग को माने तो वे आंदोलन खत्म कर सकते है। टिकैत ने कहा कि सिक्ख समाज शहादत से पीछे नही हटता यदि डल्लेवाल साहब को कुछ हुआ तो वहां की कमेटी के लोग उनके शव को भी नही देगी। ये बहुत चिंताजनक बात है। संयुक्त किसान मोर्चा ने 6 सदसीय कमेटी बनाई है लेकिन सरकार से कोई बातचीत नही हुई है। उन्होंने कहा कि खनोरी बॉर्डर का यह आंदोलन 4 से 5 महीने और चलेगा, सरकार इससे पहले मानने वाली नही है।
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