Edited By Isha, Updated: 17 Oct, 2020 12:05 PM

एक और किसान संगठन केंद्र सरकार के तीनों अध्यादेशों को लेकर पिछले लंबे समय से लामबद्ध नजर आ रहे हैं वहीं रतिया में एक भाजपा नेता के बेटे ने सोशल मीडिया में किसानों के आंदोलनों पर पोस्ट ने आग में घी काम किया है।
फतेहाबाद (रमेश): एक और किसान संगठन केंद्र सरकार के तीनों अध्यादेशों को लेकर पिछले लंबे समय से लामबद्ध नजर आ रहे हैं वहीं रतिया में एक भाजपा नेता के बेटे ने सोशल मीडिया में किसानों के आंदोलनों पर पोस्ट ने आग में घी काम किया है।

दरअसल रतिया के भाजपा नेता के पुत्र ने किसानों आंदोलनों को लेकर टिप्पणी करते हुए सोशल मीडिया में एक पोस्ट डाली थी जिसमें लिखा था कि लोकतंत्र में सभी को अपना पक्ष रखने की आजादी है लेकिन आजकल कुछ सिरफिर लोग गलत प्रचार कर रहे हैं, व सामाजिक भाईचारे को बिगाड़ रहे हैं। ऐसे सभी लोगों की खाद व तेल को बंद करके इनकी जायदाद कुर्क करके गरीबों में बांट देनी चाहिए। ऐसे लोग समाज के लिए कलंक हैं इन्हें सभी लोगों के मौलिक अधिकारों का हनन करने का कोई हक नहीं है। अगर किसी को जान माल की हानि होती है तो इसकी भरपाई इनजमी जमीन बेच कर करनी चाहिए।
पोस्ट वायरल होने के बाद किसान संगठनों ने एक बैठक का आयोजन किया जिसमें निर्णय लिया गया कि इस प्रकार की किसानों और किसान संगठनों के विरूद्ध अनर्गल पोस्ट ड़ालने वालों का बहिष्कार किया जाए, इनकी व्यापारिक प्रतिष्ठानों से कोई भी किसान सामान न खरीदे। उन्होंने साथ ही यह भी चेतावनी दी कि यदि भविष्य में इस प्रकार की पोस्ट फिर कोई डालता है तो उसके विरूद्ध कानूनी कार्रवाई भी की जाए।