Edited By Manisha rana, Updated: 10 Sep, 2024 02:49 PM
हरियाणा में विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है और सभी पार्टियां अपनी-अपनी जीत का दावा कर रहे हैं। वहीं अब बीजेपी प्रत्याशी ने कवलजीत सिंह अजराना ने अपनी टिकट लौटा दी है। उन्होंने यह फैसला विरोध के चलते लिया। बता दें कि बीजेपी ने उन्हें पिहोवा से...
हरियाणा डेस्क : हरियाणा में विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है और सभी पार्टियां अपनी-अपनी जीत का दावा कर रहे हैं। वहीं अब बीजेपी प्रत्याशी ने कवलजीत सिंह अजराना ने अपनी टिकट लौटा दी है। उन्होंने यह फैसला विरोध के चलते लिया। बता दें कि बीजेपी ने उन्हें पिहोवा से मैदान में उतारा था।
पिहोवा से भाजपा प्रत्याशी कंवलजीत अजराना ने दुखी होकर चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया। कुरुक्षेत्र में अपने आवास पर पत्रकार वार्ता कर अजराना ने चुनाव नहीं लड़ने की घोषणा की। अजराना ने बताया कि टिकट मिलने से पहले सभी साथी टिकट लाने वाले साथी का साथ देने की बात कहते थे, लेकिन अब टिकट मिलने के बाद से उनके सिख समाज के लोग भी विरोध करने में लग गए। उन्होंने कहा कि अभी हाल ही में हुए सिख सम्मेलन में भी बड़ी-बड़ी बातें कही गई। अजराना ने कहा कि उन्होंने सिख समाज के लिए 30 साल दिए, लेकिन अब उनके सिख समाज के ही कुछ लोग उनको टिकट मिलने का विरोध कर रहे हैं। इसीलिए उन्होंने हाईकमान के सामने टिकट वापस करने की बात कही है।
हालांकि उन्होंने कहा कि किसी भी नेता को पार्टी की टिकट मिलना बहुत बड़ी बात होती है। इसके लिए वह सौभाग्यशाली है, क्योंकि पार्टी ने उन्हें टिकट देकर चुनावी मैदान में उतारा था, लेकिन अपने साथियों का सम्मान करते हुए टिकट वापस करने का फैसला लिया है, क्योंकि जब भाई ही खिलाफत करते है तो उन हालात में वह चुनाव नहीं लड़ सकते। इससे पहले सभी से बात कर उन्हें मनाने की कोशिश भी की थी, लेकिन जब वह नहीं माने तो अंत में यह फैसला लेना पड़ा। कंवलजीत अजराना ने 11 सितंबर को अपना नामांकन दाखिल करना था। उन्होंने कहा कि पार्टी की ओर से जिस भी व्यक्ति को उनके स्थान पर टिकट दी जाएगी, वह उसका पूरी तरह से साथ देंगे।
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