Edited By Yakeen Kumar, Updated: 02 Sep, 2025 09:47 PM

पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने राज्य में बाढ़ की स्थिति पर चिंता जताते हुए सरकार को सक्रिय कदम उठाने की मांग की है।
चंडीगढ़ : पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने राज्य में बाढ़ की स्थिति पर चिंता जताते हुए सरकार को सक्रिय कदम उठाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि हरियाणा के आधे से ज्यादा जिले बाढ़ की चपेट में हैं और आने वाले दिनों में हालात और बिगड़ सकते हैं। ऐसे समय में सरकार को हाथ पर हाथ धरकर बैठने की बजाय राहत व बचाव कार्य तेजी से शुरू करने चाहिए।
हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस ने मानसून से पहले ही सरकार को बार-बार चेताया था कि नालों, नहरों और सीवरेज की समय रहते सफाई होनी चाहिए, लेकिन सत्ताधारी दल ने चेतावनी को नजरअंदाज कर दिया। नतीजा यह हुआ कि अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, कैथल, जींद, रोहतक, सोनीपत, सिरसा, पलवल और फरीदाबाद जैसे जिले बाढ़ से जूझ रहे हैं। किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है और आम जनता का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि 2 साल पहले आई बाढ़ से भी सरकार ने कोई सबक नहीं लिया। उस वक्त भी कांग्रेस ने मुआवजे और गिरदावरी की मांग की थी, लेकिन न तो लोगों के नुकसान का सही आकलन हुआ और न ही उन्हें राहत राशि मिली।
हुड्डा ने सरकार पर आरोप लगाया कि अमृत योजना, सफाई और सीवरेज प्रबंधन में घोटाले हुए हैं, जिससे हालात और बिगड़े हैं। उन्होंने कहा कि आज हालत यह है कि गांवों से लेकर शहरों तक जलभराव है और गुरुग्राम जैसी जगहें तालाब में बदल गई हैं।
कांग्रेस नेता ने मांग की कि सरकार बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में वाटर पंप, मोटर, जनरेटर जैसी व्यवस्थाएं उपलब्ध कराए, लोगों के लिए भोजन और पीने का पानी सुनिश्चित करे और सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने के इंतजाम करे। साथ ही, किसानों और आम लोगों के हुए नुकसान की भरपाई के लिए तुरंत मुआवजे का ऐलान किया जाए।