Edited By Rakhi Yadav, Updated: 21 May, 2018 08:31 AM
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि ढींगरा कमेटी की रिपोर्ट से पहले सरकार को प्रकाश सिंह कमेटी की रिपोर्ट सार्वजनिक करनी चाहिए। यह प्रतिक्रिया उन्होंने मुख्यमंत्री द्वारा ढींगरा आयोग की रिपोर्ट को....
चंडीगढ़(बंसल): पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि ढींगरा कमेटी की रिपोर्ट से पहले सरकार को प्रकाश सिंह कमेटी की रिपोर्ट सार्वजनिक करनी चाहिए। यह प्रतिक्रिया उन्होंने मुख्यमंत्री द्वारा ढींगरा आयोग की रिपोर्ट को जल्द ही सार्वजनिक किए जाने के बयान पर जताई।
हुड्डा ने कहा, ढींगरा आयोग की रिपोर्ट तो हाईकोर्ट के फैसले के बाद सार्वजनिक हो जाएगी लेकिन इससे पहले सरकार प्रकाश सिंह कमेटी की रिपोर्ट पर ध्यान दे। इस रिपोर्ट में साफ कहा गया है कि सी.एम.ओ. की वजह से हरियाणा में लूटपाट और आगजनी हुई। 31 लोगों की मौत की जिम्मेदारी सरकार अपने सिर ले।
अपने निवास स्थान पर पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने सरकार पर खिलाडिय़ों का सम्मानित करने की बजाय अपमान करने का आरोप भी लगाया। मौजूदा सरकार द्वारा कांग्रेस कार्यकाल के दौरान खेल कोटे से हुई भर्तियों की जांच करवाने के सवाल पर हुड्डा ने कहा कि पदक लाने वाले खिलाडिय़ों को खेल नीति के तहत रोजगार दिया गया था, सरकार जैसे चाहे वैसे जांच करवा ले।
उन्होंने कहा कि मैं डंके की चोट पर कहता हूं, सत्ता में आने के बाद फिर से खिलाडिय़ों का सम्मान करूंगा और उनकी सीधी भर्ती की जाएगी। हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के चेयरमैन को निलंबित किए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि सरकार को आयोग के चेयरमैन को निलंबित करने का अधिकार नहीं है।
जब मुख्यमंत्री निवास पर कोई आता ही नहीं तो किसे पिलाएंगे चाय
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टïर द्वारा पूर्व मुख्यमंत्रियों के कार्यकाल के दौरान चाय-बिस्कुट के बिल 25 लाख रुपए महीना आने और अब यही बिल 20-25 हजार रुपए तक रहने पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जब मौजूदा मुख्यमंत्री के निवास पर कोई मिलने के लिए आता ही नहीं तो फिर चाय, बिस्कुट का बिल कहां से आएगा।