Edited By Isha, Updated: 21 Sep, 2024 11:43 AM
जिले की नई अनाज मंडी में पिछले लगभग 15 दिनों से खरीफ फसल नरमा किस्म की कपास की आवक शुरू हो चुकी है और अब तक लगभग यहां 100 से 150 क्विंटल कपास की ही आवक हुई है, जो सरकार द्वारा निर्धारित एम.एस.पी. से काफी कम लगभग 6145 रुपए से 6725 रुपए प्रति क्विंटल...
जींद : जिले की नई अनाज मंडी में पिछले लगभग 15 दिनों से खरीफ फसल नरमा किस्म की कपास की आवक शुरू हो चुकी है और अब तक लगभग यहां 100 से 150 क्विंटल कपास की ही आवक हुई है, जो सरकार द्वारा निर्धारित एम.एस.पी. से काफी कम लगभग 6145 रुपए से 6725 रुपए प्रति क्विंटल तक के ऊंचे भावों पर मंडी में बिक रही है।
शुक्रवार को भी यहां की नई अनाज मंडी में लगभग 10 से 15 क्विंटल कपास की आवक हुई, जिसकी यहां के निजी रूई एवं बिनौला मिलरों ने बोली लगाकर खरीद की और मार्कीट कमेटी के ऑक्शन रिकॉर्डरों सहित मंडी के आढ़तियों ने इसे अपने बोली के एच रजिस्टरों में किसानों व खरीदारों के नामों सहित कपास के वजन व भाव सहित विस्तृत उल्लेख कर दर्ज किया।
सरकार द्वारा कपास का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एम.एस.पी.) लगभग 7121 से 7521 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है। एम.एस.पी. से लगभग 400 रुपए से 1000 रुपए नीचे के भावों पर यहां कपास की बिकवाली होने से यहां के किसानों को कपास में काफी नुक्सान वहन करना पड़ रहा है। किसानों को मंडी में कपास बेचने से पहले दुकानों के आगे निर्मित पक्के प्लेटफार्मों पर फैलाकर इसे सूर्य की धूप में सुखाना पड़ रहा है। यहां की नई अनाज मंडी में सरकारी खरीद एजैंसी कॉटन कार्पोरेशन आफ इंडिया (सी.सी.आई.) की खरीद निर्धारित नहीं की गई है, जो किसानों की कपास को आढ़तियों के माध्यम से एम.एस.पी. पर खरीद करती है।
कभी एकाध बार ही किसी कपास की ढेरी को 7000 रुपए प्रति क्विंटल तक खरीद किया जाता है तो वहीं मंडी के एक आढ़ती की दुकान पर कार्यरत मुनीम ने बताया कि किसान द्वारा सुखाकर लाई गई पुरानी अच्छी किस्म की लंबे रेशे वाली कपास तो यहां 7400 रुपए प्रति क्विंटल तक के ऊंचे भाव पर बिकी है। सरकार द्वारा मध्यम रेशे की कपास का एम.एस.पी. 7121 रुपए जबकि लंबे रेशे वाली कपास का एम.एस.पी. 7521 रुपए निर्धारित किया गया है।
खरीफ फसल के आगमन के साथ ही रबी फसल की भी बनी हुई लगातार आवक
अनाज मंडी में जहां खरीफ फसल कपास का आगमन हो चुका है वहीं इसके साथ ही लगातार पिछली रबी फसल सरसों व गेहूं की आवक भी रुकने का नाम नहीं ले रही है और थोड़ी-थोड़ी मात्रा में लगातार यहां इसकी धीमी आवक बनी हुई है।
सरसों व गेहूं को भी यहां की मंडी में निजी बोलीदाताओं द्वारा ही बोली देकर खरीद किया जा रहा है और यहां की मंडी में जहां सरसों लगभग 6100 से 6200 रुपए प्रति क्विंटल तक के भावों पर बिक रही है वहीं गेहूं यहां लगभग 2550 रुपए प्रति क्विंटल तक के उच्चतम भावों पर किसानों से खरीद की जा रही है।