Edited By Isha, Updated: 14 Aug, 2025 11:17 AM

पैसा न मिलने पर आयुष्मान योजना में इलाज रोकने वाले निजी अस्पतालों को नोटिस देने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। जिसमें अस्पतालों के खिलाफ एक्शन के लिए चेतावनी दी गई है। यह नोटिस अभी उन अस्पतालों को दिए जा रहे हैं
चंडीगढ़: पैसा न मिलने पर आयुष्मान योजना में इलाज रोकने वाले निजी अस्पतालों को नोटिस देने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। जिसमें अस्पतालों के खिलाफ एक्शन के लिए चेतावनी दी गई है। यह नोटिस अभी उन अस्पतालों को दिए जा रहे हैं, जिनकी आयुष्मान भारत-हरियाणा हेल्थ प्रोटेक्शन अथॉरिटी को शिकायत की गई है।
ज्वाइंट सीईओ की ओर से जारी नोटिस में कहा कि आयुष्मान भारत योजना के नियमों और शतों का उल्लंघन करने के लिए आपके संस्थान के खिलाफ क्यों न दंडात्मक कार्रवाई की जाए। इसलिए नोटिस जारी होने के 24 घंटे के भीतर जवाब दिया जाए। ऐसा न करने पर जुर्माना, निलंबन और योजना की ब्लैक लिस्ट में अस्पताल को शामिल करने की कार्यवाही की जाएगी। यह कार्यवाही यहां तक सीमित नहीं रहेगी। इसलिए मामले को गंभीरता से लें। इस मामले में आईएमए के पूर्व प्रधान डॉ. अजय महाजन ने कहा कि सरकार के साथ वार्ता में पहले ही बता दिया था कि पैसा न देने पर
आयुष्मान योजना के लाभार्थियों का उपचार बंद करने के बाद वीरवार को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) बड़ा फैसला ले सकती है। इसको लेकर आईएमए के पदाधिकारियों की राज्य स्तरीय ऑनलाइन मीटिंग होगी। आईएमए अम्बाला सिटी के पूर्व प्रधान डॉ. अशोक सारवाल ने बताया कि सरकार ने अभी 25 प्रतिशत भुगतान किया है। मगर, अब भी एक बड़ा हिस्सा बकाया है। इसका बोझ भी निजी अस्पतालों पर ही पड़ रहा है। इसी कारण अभी तक हड़ताल जारी है।