संसदीय चुनावों की रणनीति में जुटी भाजपा, 18 को सिरसा में करेंगे रैली अमित शाह

Edited By Mohammad Kumail, Updated: 07 Jun, 2023 09:40 PM

amit shah will hold rally in sirsa on 18th of june

हरियाणा में अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों को लेकर भाजपा अभी से विशेष रणनीति बनाते हुए चुनावी प्रबंधन में जुट गई है। इस बार पार्टी की ओर से सभी दस लोकसभा क्षेत्रों में रैलियों का आयोजन करने के अलावा मंत्रियों व विधायकों को भी जनसंवाद कार्यक्रम...

चंडीगढ़ (संजय अरोड़ा) : हरियाणा में अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों को लेकर भाजपा अभी से विशेष रणनीति बनाते हुए चुनावी प्रबंधन में जुट गई है। इस बार पार्टी की ओर से सभी दस लोकसभा क्षेत्रों में रैलियों का आयोजन करने के अलावा मंत्रियों व विधायकों को भी जनसंवाद कार्यक्रम करने के निर्देश दिए गए हैं। चुनावों से करीब 10 माह पहले ही भाजपा ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की एक रैली भी हरियाणा के सिरसा जिला में रखी है। सिरसा जिला पूर्व उपप्रधानमंत्री स्व. चौ. देवीलाल और इनैलो सुप्रीमो चौ. ओमप्रकाश चौटाला का गृह क्षेत्र है और इस क्षेत्र में इस परिवार का प्रभाव माना जाता है। पिछले संसदीय चुनाव में सिरसा सीट से भाजपा उम्मीदवार सुनीता दुग्गल 3 लाख 9 हजार वोटों से सांसद चुनी गई थी, मगर इन चुनावों के कुछ समय बाद हुए विधानसभा चुनाव में सिरसा जिला से भाजपा की झोली पूरी तरह से खाली रही तो सिरसा संसदीय सीट के अंतर्गत आने वाली 9 विधानसभा सीटों में से केवल 2 पर ही भाजपा को जीत मिली। इसीलिए सिरसा पर भाजपा का खास फोकस है और अब एक विशेष रणनीति के अंतर्गत यहां पर भाजपा चुनावी प्रबंध में जुट गई है और इस क्षेत्र में संसदीय चुनावों के मद्देनजर प्रचार का आगाज करने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 18 जून को इस इलाके में रैली करने आ रहे हैं।

गौरतलब है कि 2024 के लोकसभा चुनावों को लेकर भाजपा एक विशेष रणनीति के अंतर्गत आगे बढ़ रही है। इसी कड़ी में देशभर में करीब 144 लोकसभा सीटों के लिए अलग से एक रणनीति बनाई है। इन सीटों में हरियाणा की रोहतक और सिरसा भी शामिल है। 2019 में प्रदेश की सभी दस संसदीय सीटों पर भाजपा को जीत मिली थी, लेकिन इसके बावजूद अक्तूबर 2019 में हुए विधानसभा चुनावों में सिरसा एवं रोहतक संसदीय क्षेत्र की अधिकांश विधानसभा सीटों पर भाजपा को हार मिली थी। उल्लेखनीय है कि हरियाणा में अगले साल ही संसदीय और विधानसभा के चुनाव होने हैं। ऐसे में भाजपा ने चुनावों को लेकर अभी से तैयारी शुरू कर दी है। सिरसा लोकसभा पर पार्टी का इस बार खास फोकस रहेगा। 2019 के संसदीय चुनाव में सिरसा सहित भाजपा ने सभी दस सीटों पर जीत दर्ज की थी, लेकिर सिरसा संसदीय क्षेत्र की 9 विधानसभा सीटों में से भाजपा को फतेहाबाद व रतिया में ही जीत मिल सकी थी। ऐसे में इस बार भाजपा सिरसा संसदीय सीट पर खास फोकस कर रही है। वैसे अतीत की बात करें तो सिरसा संसदीय सीट पर अभी तक भाजपा कमजोर ही रही है। 1967 से लेकर 2019 तक भाजपा ने केवल एक बार सिरसा संसदीय क्षेत्र से साल 2019 में चुनाव जीता है। इसके अलावा विधानसभा चुनाव में भी 1967 से लेकर 2019 तक भारतीय जनता पार्टी सिरसा संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली 9 विधानसभा सीटों पर कुल मिलाकर केवल पांच बार ही जीत दर्ज कर सकी है। 1967 में सिरसा से भारतीय जनसंघ की टिकट पर लछमन दास अरोड़ा, जबकि 1996 में भाजपा की टिकट  पर प्रो. गणेशीलाल विधायक चुने गए थे। 2014 में टोहाना से सुभाष बराला जबकि 2019 में फतेहाबाद से दूड़ाराम एवं रतिया से लक्ष्मण नापा विधायक निर्वाचित हुए।

2019 में सभी दस संसदीय क्षेत्रों में भाजपा को मिली थी जीत

भारतीय जनता पार्टी ने 2024 के संसदीय चुनाव और विधानसभा चुनाव को लेकर तैयारी शुरू कर दी है। पार्टी ने 2014 के लोकसभा चुनाव में सात सीटों पर जीत दर्ज की थी। तब पार्टी को हिसार, सिरसा और रोहतक में हार का सामना करना पड़ा था। ऐसे में 2019 में पार्टी ने हारी हुई सीटों के लिए विशेष रणनीति बनाई और कामयाबी हासिल की। अब एक बार फिर से 2019 जैसी कामयाबी दोहराने को लेकर भाजपा सक्रिय हो गई है। हरियाणा में अगले साल मई में संसदीय जबकि अक्तूबर में विधानसभा के चुनाव होने हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने सभी दस सीटों पर जीत हासिल करते हुए 58 फीसदी वोट हासिल किए थे, जबकि 2019 के विधानसभा चुनाव में पार्टी को करीब 38 प्रतिशत मत मिले और 2014 की 47 सीटों की तुलना में 2019 में 40 सीटों पर जीत मिली। ऐसे में अब भाजपा जहां संसदीय चुनावों में सभी दस सीटों को जीतने पर फोकस कर रही है तो वहीं विधानसभा चुनाव को लेकर भी अभी से तैयारियों में जुट गई है।

कई बड़े राजनीतिक चेहरे भाजपा में हो सकते हैं शामिल

विशेष बात यह है कि संसदीय चुनावों से करीब 10 माह पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की रैली सिरसा में रखी गई है। इसके भी अपने खास मायने हैं। इस रैली में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर व भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ सहित भाजपा के सभी सांसद मंत्री एवं विधायक शिरकत करेंगे। इस रैली को लेकर भाजपा की ओर से बैठकों का सिलसिला भी शुरू कर दिया गया है और भीड़ के नजरिए से भी इस रैली को यादगार बनाने हेतू पार्टी नेताओं ने कमर कस ली है। सूत्रों की मानें तो इस रैली के दौरान सिरसा के कई बड़े राजनीतिक चेहरे भी भाजपा में शामिल हो सकते हैं। इन बड़े राजनीतिक चेहरों का अपने अपने इलाके में अच्छा प्रभाव माना जाता है और ऐसा माना जा रहा है कि इन बड़े चेहरों के भाजपा में आने के बाद सिरसा व आसपास के क्षेत्रों में भारतीय जनता पार्टी  को आगामी चुनाव में लाभ मिल सकता है।

राजनीतिक रूप से अहम माना जाता है सिरसा

प्रदेश की सियासत में सिरसा को काफी अहम क्षेत्र माना जाता है। विशेष बात यह है कि प्रदेश में इस समय आधा दर्जन छोटे-बड़े राजनीतिक दल हैं। इनमें से तीन दलों के मुखिया से सिरसा के हैं। पूर्व मुख्यमंत्री चौ. ओमप्रकाश चौटाला इनैलो सुप्रीमो हैं तो उनके बेटे एवं विधायक चौ. अभय सिंह चौटाला पार्टी के प्रधान महासचिव हैं। 2019 में 10 सीटों पर जीत दर्ज करने वाली जजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. अजय ङ्क्षसह चौटाला हैं और उनके बेटे दुष्यंत चौटाला सरकार में उपमुख्यमंत्री हैं। सिरसा से पूर्व सांसद डा. अशोक तंवर इस समय आम आदमी पार्टी हरियाणा की प्रचार समिति के चेयरमैन हैं और कांग्रेस में रहते हुए वे हरियाणा प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष के अलावा युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुके हैं और उनका स्थायी निवास भी सिरसा ही है। इसी प्रकार से सिरसा से दो बार सांसद बनने वाली कुमारी सैलजा केंद्र में मंत्री रहने के अलावा हरियाणा प्रदेश कांग्रेस की अध्यक्ष भी रह चुकी हैं और वर्तमान में वे पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव हैं। इसी तरह से सिरसा के विधायक गोपाल कांडा हरियाणा लोकहित पार्टी के अध्यक्ष हैं। कुछ समय पहले ही भाजपा ने चौ. देवीलाल के पौत्र आदित्य चौटाला को हरियाणा मार्कीटिंग बोर्ड का चेयरमैन बनाया जबकि इससे पहले उन्हें जिलाध्यक्ष भी बनाया था। चौ. देवीलाल के दूसरे बेटे स्व. प्रताप चौटाला के बेटे रवि चौटाला व पुत्रवधु सुनैना चौटाला इनैलो के साथ हैं। चौ. देवीलाल के मंझोले बेटे चौ. रणजीत सिंह 2019 में रानियां से आजाद विधायक चुने गए और अब पिछले साढ़े तीन साल से वे सरकार में बिजली व जेल मंत्री हैं। ऐसे में सिरसा जिला राजनीतिक दृष्टि से प्रदेश में काफी महत्वपूर्ण माना जाता है।

अमित शाह की रैली से बदलेगा सियासी परिदृश्य: आदित्य देवीलाल

हरियाणा राज्य कृषि विपणन मंडल के चेयरमैन एवं भाजपा के जिला अध्यक्ष आदित्य देवीलाल का कहना है कि निश्चित रूप से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की 18 जून को  सिरसा में होने वाली रैली को लेकर पार्टी के तमाम कार्यकर्ताओं में उत्साह और जोश का आलम है और ये रैली भीड़ के लिहाज से ऐतिहासिक होगी। उन्होंने कहा कि भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व एवं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की मजबूत रणनीति के चलते ही 2019 में दूसरी बार केंद्र में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी और नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने और हरियाणा में भी दूसरी बार भाजपा की सरकार बनी। आदित्य देवीलाल ने कहा कि पिछले संसदीय चुनाव में सिरसा सहित हरियाणा की सभी 10 सीटों पर जनता ने कमल खिलाने का काम किया, इसके बावजूद विधानसभा चुनावों में कुछ कमी रह गई थी, मगर अब केंद्रीय मंत्री अमित शाह के सिरसा में आने के बाद सियासी परिदृश्य बदलेगा और पिछले चुनाव की यह कमी भी निश्चित रूप से दूर हो जाएगी। उन्होंने कहा कि देश के साथ साथ प्रदेश में भी एक बार फिर से भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनेगी। भाजपा दोनों जगह जीत की हैट्रिक लगाएगी और नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री व मनोहर लाल खट्टर फिर से प्रदेश के मुख्यमंत्री बनेंगे।

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