Edited By vinod kumar, Updated: 09 Jan, 2020 04:16 PM
चंडीगढ़ में ब्रिटिश काउंसिल और सूरजकुंड मेला प्राधिकरण के मध्य पर्यटन एवं शिल्प क्षेत्र को लेकर एक समझौता हुआ। हरियाणा के पर्यटन मंत्री कंवर पाल व हरियाणा पर्यटन निगम के चेयरमैन रणधीर सिंह गोलन की मौजूदगी में समझौता ज्ञापन पर हरियाणा पर्यटन विभाग के...
चंडीगढ़(धरणी): चंडीगढ़ में ब्रिटिश काउंसिल और सूरजकुंड मेला प्राधिकरण के मध्य पर्यटन एवं शिल्प क्षेत्र को लेकर एक समझौता हुआ। हरियाणा के पर्यटन मंत्री कंवर पाल व हरियाणा पर्यटन निगम के चेयरमैन रणधीर सिंह गोलन की मौजूदगी में समझौता ज्ञापन पर हरियाणा पर्यटन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव एवं सूरजकुंड मेला प्राधिकरण के वाईस चेयरमैन विजय वर्धन और ब्रिटिश काउंसिल के उत्तर भारत क्षेत्रीय निदेशक टॉम बिर्टविस्ले ने हस्ताक्षर किए।
इस अवसर पर पर्यटन मंत्री ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि इस एमओयू के तहत दोनों देश शिल्प एवं संस्कृति के क्षेत्र में सहयोग करेंगे। उन्हाेंने कहा कि इस समझौते से भारत और यूके के संबंधों में मजबूती आएगी और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। कंवर पाल ने कहा कि हरियाणा के फरीदाबाद जिला में प्रति वर्ष एक फरवरी से 16 फरवरी तक आयोजित किए जाने वाले इस मेला की अब विश्व स्तर पर प्रसिद्धि और अधिक बढ़ेगी। ब्रिटिश काउंसिल हरियाणा के साथ मिलकर भारत और यूके में कला, शिल्प और पर्यटन के क्षेत्र में प्रशिक्षण, नेटवर्क तथा प्रदर्शनी जैसे कई कार्यक्रमों का आयोजन करेगी।
वहीं हरियाणा पर्यटन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव एवं सूरजकुंड मेला प्राधिकरण के वाईस चेयरमैन विजय वर्धन ने बताया कि ब्रिटिश काउंसिल सूरजकुंड मेला में वर्ष 2020, वर्ष 2021 और वर्ष 2022 के लिए यूके द्वारा भागीदारी करने के लिए सुविधा प्रदान करेगी। इस काउंसिल द्वारा प्रत्येक वर्ष यूके से 4 शिल्पकारों को मेला में हिस्सा लेने में सहायता की जाएगी। हरियाणा पर्यटन निगम के चेयरमैन रणधीर सिंह गोलन ने कहा कि इस एमओयू से हरियाणा में पर्यटन को और अधिक बढ़ावा मिलेगा।