Edited By Yakeen Kumar, Updated: 17 Jan, 2025 08:54 PM
पंजाब एवं हरियाणा बार काउंसिल की ओर से लॉ भवन में दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया। समारोह में पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के न्यायधीश हरप्रीत सिंह बराड़ मुख्यातिथि के तौर पर शामिल हुए।
चंडीगढ़ (चंद्र शेखर धरणी) : पंजाब एवं हरियाणा बार काउंसिल की ओर से लॉ भवन में दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया। समारोह में पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के न्यायधीश हरप्रीत सिंह बराड़ मुख्यातिथि के तौर पर शामिल हुए। उन्होंने 417 नव नामांकित अधिवक्ताओं को शपथ दिलाने के साथ नामांकन पत्र भी वितरित किए।
उन्होंने नए प्रवेशकों को प्रेरित किया और आने वाले अधिवक्ताओं को कड़ी मेहनत से न डरने के लिए प्रोत्साहित किया। न्यायमूर्ति बराड़ ने अच्छा ज्ञान रखने, धैर्य रखने, अपने मुवक्किलों के प्रति निष्पक्ष रहने, काम करने और नैतिकता के गुणों पर जोर दिया। माननीय न्यायाधीश ने युवा वकीलों को उत्कृष्टता के लिए प्रयास करने और समाज पर सकारात्मक प्रभाव डालने के लिए प्रोत्साहित किया। पंजाब एवं हरियाणा बार काउंसिल के अध्यक्ष डॉ. विजेंद्र सिंह अहलावत ने न्यायमूर्ति हरप्रीत सिंह बराड़ के प्रति आभार व्यक्त करते हुए नए प्रवेशकों को महान कानूनी पेशे की गरिमा और अखंडता बनाए रखने की सलाह दी।
इस दौरान करमजीत सिंह चौधरी मानद सचिव, राज कुमार चौहान सचिव निगरानी समिति, गुरतेज सिंह ग्रेवाल चैनन, ट्रस्टी समिति, करणजीत सिंह और अजय चौधरी सदस्य नामांकन समिति समेत बार काउंसिल के अन्य सदस्य भी उपस्थित थे। इस अवसर पर अन्य अधिवक्ताओं के साथ-साथ पंजाब, हरियाणा और यू.टी. चंडीगढ़ के विभिन्न स्थानों से संबंधित नए नामांकित अधिवक्ताओं के माता-पिता और अभिभावक भी उपस्थित थे। बता दें कि पंजाब और हरियाणा बार काउंसिल की स्थापना एडवोकेट्स एक्ट 1961 के तहत की गई थी और अपनी स्थापना के बाद से पंजाब और हरियाणा बार काउंसिल ने एक लाख बावन हजार पांच सौ से अधिक वकील हैं।