Edited By Isha, Updated: 14 May, 2025 09:10 AM

इंपाऊंड बस छोड़ने की एवज में 50 हजार रुपए की रिश्वत के मामले में फंसे आर.टी.ए. सचिव जिले सिंह और एक अन्य व्यक्ति यशपाल सिंह को एडीशनल सैशन जज ने साक्ष्यों के अभाव में बरी कर दिया। आर.टी.ए.
जींद : इंपाऊंड बस छोड़ने की एवज में 50 हजार रुपए की रिश्वत के मामले में फंसे आर.टी.ए. सचिव जिले सिंह और एक अन्य व्यक्ति यशपाल सिंह को एडीशनल सैशन जज ने साक्ष्यों के अभाव में बरी कर दिया। आर.टी.ए. औरं यशपाल सिंह की मिलीभगत, पैसे रिकवर और कॉल डिटेल से कुछ भी साबित नहीं हुआ जिसे लेकर नेहा नोहरिया की अदालत ने आर.टी.ए. सचिव सहित दोनों को बरी कर दिया।
रोहतक जिले के गांव चिड़ी निवासी धर्मेंद्र ने 14 अगस्त, 2019 को स्टेट विजीलैंस के निरीक्षक पूर्ण सिंह को शिकायत देकर बताया था कि वह सहकारी समिति की बस को पिल्लूखेड़ा से रोहतक तक चलाता है। आरोप लगाया था कि उसकी बस को जींद आर.टी. ए. के सहायक सचिव जिले सिंह यादव ने पकड़ लिया है। बस छोड़ने के लिए वह 50 हजार रुपए मांग रहा था।
शिकायतकर्ता धर्मेंद्र ने जब यशपाल को 50 हजार रुपए दिए तो विजीलैंस की टीम ने उसे पकड़ लिया। यशपाल से रिश्वत के 50 हजार रुपए भी बरामद कर लिए। इस मामले के 3 महीने के बाद आर. टी. ए. सचिव जिले सिंह को विजीलैंस ने गिरफ्तार कर लिया था।