Edited By Gaurav Tiwari, Updated: 15 Dec, 2024 06:23 PM
कई किसान जानते हैं कि हीट साइकिल छूट जाने से न केवल दूध उत्पादन प्रभावित होता है, बल्कि प्रजनन पर भी असर पड़ता है।
गुड़गांव, (ब्यूरो): भारत दूध उत्पादन में नंबर वन है, लेकिन यहां बरसों से चले आ रहे खेती के तरीके कई बार बीमारी नियंत्रण और प्रजनन में कमियां छोड़ देते हैं। कई बार पशुओं की सेहत से जुड़े छोटे-छोटे संकेत नजरअंदाज हो जाते हैं, जिससे दूध उत्पादन में गिरावट और पशुधन की हानि होती है।
इन्हीं समस्याओं को ध्यान में रखते हुए श्रीनिवास सुब्रमणियन और वी.एस. श्रीधर ने 2021 में आयुष्मान काउफिट की स्थापना की। आयुष्मान काउफिट का ये स्मार्ट सिस्टम आपके पशुओं के स्वास्थ्य और हीट अलर्ट्स को रियल-टाइम में ट्रैक करता है, जिससे आप न सिर्फ अपने पशुओं का ध्यान बेहतर तरीके से रख सकते हैं, बल्कि दूध उत्पादन और मुनाफा भी बढ़ा सकते हैं। उनका उद्देश्य था भारतीय डेयरी उद्योग को उन महत्वपूर्ण चुनौतियों का समाधान देना, जो छोटे से छोटे किसान के लिए भी मददगार साबित हो।
आयुष्मान काउफिट – IoT तकनीक के साथ भारतीय डेयरी उद्योग में एक नई शुरुआत
कल्पना कीजिए कि आपके पास ऐसा एक साथी है जो आपके पशुओं के स्वास्थ्य और हीट के बारे में हर छोटे संकेत को समय पर पहचान लेता है। यही कर रहा है आयुष्मान काउफिट – एक अनोखा भारतीय स्टार्टअप जो IoT (इंटरनेट ऑफ थिंग्स) आधारित समाधान के ज़रिये डेयरी उद्योग को एक नई दिशा दे रहा है।
आयुष्मान काउफिट आपके पशुओं की सेहत की पल-पल की जानकारी देता है। इसकी मदद से आप समय पर कदम उठा सकते हैं और अपने पशुओं को सुरक्षित रख सकते हैं। समय पर जानकारी मिलने से वह किसी बड़ी बिमारी के खर्चे से भी बच सकते हैं ।
हीट अलर्ट: हीट और उत्पादकता में सुधार
कई किसान जानते हैं कि हीट साइकिल छूट जाने से न केवल दूध उत्पादन प्रभावित होता है, बल्कि प्रजनन पर भी असर पड़ता है। ऐसे में आयुष्मान काउफिट का हीट अलर्ट किसानों को बताता है कि कब गायें प्रजनन के लिए तैयार हैं, जिससे समय पर गर्भाधान सुनिश्चित हो सकता है। इससे किसानों को न सिर्फ अपने पशुओं को बढ़ाने में सफलता मिलती है, बल्कि दूध उत्पादन और मुनाफा भी बढ़ता है।
बीमारी पर नजर, छोटी समस्याओं पर भी सतर्कता
आयुष्मान काउफिट आपके पशुओं की सेहत पर हर वक्त निगाह रखता है। शरीर के तापमान में बदलाव हो या जुगाली में कमी, ये सिस्टम तुरंत आयुष्मान कौफिट app पर अलर्ट भेजता है ताकि आप समय रहते कदम उठा सकें। खासकर उन छोटे और मध्यम किसानों के लिए, जिनके पास पशुओं की चिकित्सा की सुविधाएं हमेशा उपलब्ध नहीं होतीं, ये समाधान बड़ा सहारा है।
छोटे किसानों की जरूरतों के अनुकूल
भारत के विविध डेयरी क्षेत्र को समझते हुए आयुष्मान काउफिट ने एक ऐसा समाधान तैयार किया है जो छोटे किसानों से लेकर बड़े डेयरी संगठनों के लिए भी उपयुक्त है। एक उपयोगकर्ता-अनुकूल मोबाइल ऐप के साथ, जो कई भारतीय भाषाओं में उपलब्ध है, आयुष्मान काउफिट को किसानों की हर जरूरत को ध्यान में रखकर बनाया गया है। और तो और, यह समाधान छोटे किसानो के लिए किफायती भी है।
एक स्थायी और लाभकारी भविष्य की ओर
आयुष्मान काउफिट का यह स्मार्ट हल भारत की ओर बढ़ते हुए स्मार्ट डेरी उद्योग के कदमों को और मजबूती देता है। इसकी मदद से किसानों को न सिर्फ बेहतर आमदनी और अधिक उत्पादन मिल सकता है, बल्कि पर्यावरण के लिए टिकाऊ तरीके भी अपनाने में मदद मिल सकेगी। इसे हाल ही में भारतीय सरकार द्वारा शीर्ष 10 एग्रीटेक कंपनियों में शामिल किया गया और AABI टॉर्च अवार्ड 2023 के लिए भी नामांकित किया गया है।
आयुष्मान काउफिट सिर्फ एक हेल्थ मॉनिटरिंग सिस्टम नहीं है – यह भारतीय डेयरी उद्योग के लिए एक नई शुरुआत है। अपने रियल-टाइम अलर्ट्स के साथ, यह किसानों को उनके पशुओं की देखभाल करने, उत्पादकता और मुनाफा बढ़ाने में सहायक है। और तो और, अपनी अत्याधुनिक तकनीक के द्वारा आयुष्मान काउफिट किसानो को जल्द ही दूध उत्पादन की निगरानी और प्रबंधन की सुविधा भी प्रदान करेगा। इस स्त्तर की सहायता डेयरी उद्योग में पहले कभी देखी या सुनी नहीं गयी है। भारत का डेयरी उद्योग जिस तेजी से आगे बढ़ रहा है, आयुष्मान काउफिट उसी के साथ विकास और स्थिरता में अहम भूमिका निभा रहा है।