Edited By Gaurav Tiwari, Updated: 18 Nov, 2024 05:43 PM
गोवा में सरकारी नौकरियों के लिए पैसे लेने का बड़ा घोटाला सामने आया है। आरोप है कि योग्य उम्मीदवारों को दरकिनार कर मोटी रिश्वत देकर नौकरियां बेची जा रही हैं।
गुड़गांव ब्यूरो : गोवा में सरकारी नौकरियों के लिए पैसे लेने का बड़ा घोटाला सामने आया है। आरोप है कि योग्य उम्मीदवारों को दरकिनार कर मोटी रिश्वत देकर नौकरियां बेची जा रही हैं। इस मुद्दे पर विपक्ष ने सरकार को घेर लिया है और मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है।
क्या है मामला?
घोटाले में आरोप है कि सरकारी विभागों में नौकरी देने के लिए दलालों, नेताओं और अधिकारियों का पूरा नेटवर्क काम कर रहा था। अब तक पुलिस ने नौ लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें होम डिपार्टमेंट, पीडब्ल्यूडी और गोवा पब्लिक सर्विस कमीशन (GPSC) से जुड़े कुछ अधिकारी भी शामिल हैं। हालांकि, विपक्ष का कहना है कि गिरफ्तारियां सिर्फ दिखावा हैं। असली गुनहगार—यानी बड़े नेता और अधिकारी—अब भी खुले घूम रहे हैं। ,
विपक्ष का हमला
गोवा फॉरवर्ड पार्टी के नेता विजय सरदेसाई ने सीधे-सीधे बीजेपी को घोटाले का जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि गिरफ्तार हुए लोग बीजेपी से जुड़े हुए हैं और पार्टी के कार्यक्रमों में सक्रिय थे। सरदेसाई ने सवाल किया, “जब खुद बीजेपी के लोग पकड़े जा रहे हैं, तो यह सरकार कैसे दावा कर सकती है कि वह ईमानदार है?” उन्होंने मांग की कि जब तक घोटाले की जांच पूरी नहीं हो जाती, सभी सरकारी भर्तियां रोक दी जाएं।
AAP का रुख
आम आदमी पार्टी के गोवा प्रमुख अमित पालेकर ने न्यायिक जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि गिरफ्तारियां सिर्फ छोटी मछलियों को पकड़ने का नाटक है। “बड़े नेता और ऊंचे पदों पर बैठे लोग बिना मिलीभगत के यह घोटाला नहीं कर सकते,” उन्होंने कहा।
बेरोजगार युवाओं की परेशानी
गोवा में बेरोजगारी दर पहले से ही 13.7% है, जो देश में सबसे ज्यादा है। ऐसे में यह घोटाला युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। सरदेसाई ने कहा, “हम अपने बच्चों को पढ़ाते-लिखाते हैं, लेकिन उनकी काबिलियत को नजरअंदाज कर सिर्फ पैसे वालों को नौकरियां दी जा रही हैं। यह बेहद शर्मनाक है।”
आरोप:
घोटाले में मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत के निर्वाचन क्षेत्र संकेलिम से जुड़े आरोप भी लगे हैं। कहा जा रहा है कि वहां एक महिला ने पैसे लेकर नौकरियां दीं, लेकिन उसके खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। इससे विपक्ष ने सरकार पर ऊंचे पदों के लोगों को बचाने का आरोप लगाया है।
जनता में गुस्सा
इस घोटाले से जनता में भारी नाराजगी है। लोग पूछ रहे हैं कि आखिर कब तक ऐसी भ्रष्टाचार भरी सरकार चलेगी? विपक्ष ने भी इस मौके पर सरकार को जमकर घेरा है। सरदेसाई का कहना है, “बीजेपी ने सत्ता में रहने का नैतिक अधिकार खो दिया है। जनता को तय करना होगा कि वे किसे सत्ता में रखना चाहते हैं।
निष्कर्ष
गोवा का यह नौकरी घोटाला सिर्फ भ्रष्टाचार का मामला नहीं है, यह युवाओं के सपनों और मेहनत पर कुठाराघात है। अब सवाल यह है कि क्या सरकार सच्चाई सामने लाएगी या इसे दबाने की कोशिश करेगी? जनता को अब अपनी आवाज उठानी होगी ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।