Edited By Gaurav Tiwari, Updated: 10 Apr, 2025 07:45 PM

नूंह जिला में सरकार की एक छात्रवृति योजना का लाभ लेने के लिए फर्जी दस्तावेजों का उपयोग करने वाले 12 विद्यार्थियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
नूंह, (ब्यूरो): नूंह जिला में सरकार की एक छात्रवृति योजना का लाभ लेने के लिए फर्जी दस्तावेजों का उपयोग करने वाले 12 विद्यार्थियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। इन आवेदकों के कागजात जांच में फर्जी पाए गए थे। पुलिस जांच कर रही है कि यह कारनामा किसी संगठित गिरोह का है या विद्यार्थियों ने अपने स्तर पर ही फर्जीवाड़े का प्रयास किया। लेकिन इस फर्जीवाड़े को पहले ही विभाग ने पकड़ लिया। अब इस पूरे मामले की जांच नूंह शहर थाना पुलिस ने शुरू कर दी है।
2024–25 में मांगे गए थे आवेदन
डॉक्टर अंबेडकर मेधावी छात्र संशोधित योजना के तहत अनुसूचित जाति, विमुक्त जाति, पिछड़ा वर्ग ए एवं बी तथा चयनित सामान्य वर्ग के विद्यार्थियों को भी छात्रवृति दी जाती है। यह राशि 8 से शुरू होकर 12 हजार रुपये प्रतिवर्ष तक दी जाती है। वर्ष 2024-25 के लिए विभाग ने योग्य विद्यार्थियों से ऑनलाइन आवेदन मांगे थे। योजना के लिए 923 विद्यार्थियों ने आवेदन किया जिसमें से 638 को शर्तों व योग्यता को पूरी करने के बाद मंजूरी देकर अनुदान राशि स्वीकृत की जा चुकी है। 183 आवेदनों को रिजेक्ट कर दिया तथा 102 आवेदकों के कागजातों में मामूली कमी दूर करने के लिए इन्हें निचले पायदान पर लौटा दिया गया। रिजेक्ट किए गए आवेदनों में 12 आवेदक ऐसे पाए गए, जिन्होंने साजिशन छात्रवृति की राशि हड़पने की नीयत से आवेदन किया।
जिला कल्याण विभाग ने दी शिकायत
जिला कल्याण कार्यालय की ओर से नूंह शहर थाना में दी शिकायत में आरोप लगाया कि इन आवेदकों के दस्तावेज फर्जी पाए गए। इसके साथ ही किसी का बैंक खाता दूसरे से पहले से लिंक मिला। पुलिस ने शिकायत के आधार पर परवेज, साहिब खान, खुशी, असमां, फहाद मोहम्मद, सलीम खां, अभिषेक, इरशाद, कृष्ण कुमार, सुहान, नाजिम और हसीन के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर लिया है। नूंह शहर थाना प्रभारी नरेश कुमार ने बताया कि पुलिस इस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है। फर्जीवाड़ा कैसे हुआ इसकी भी जांच की जाएगी। अभी आरोपी पुलिस गिरफ्त में बाहर है। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।