Edited By Gaurav Tiwari, Updated: 07 Jan, 2025 05:50 PM
माटी में खेले जाने वाले इस खेल के खिलाड़ियों का लगेगा दिल्ली में महाकुंभ
गुड़गांव ब्यूरो : भारत की माटी में खेला जाने वाला खो-खो का पहली बार दिल्ली में वर्ल्ड कप होने जा रहा है। इसके लिए काउंट डाउन शुरू हो गया है। खास बात यह है कि इस खेल को देखने के लिए मुफ्त टिकट की व्यवस्था होगी। हालांकि इसे ऑनलाइन बुक करना पड़ेगा। इस खेल के प्रेमी अपनी मनचाही सीट बुक कर सकेंगे। इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में आयोजित होने वाले इस खेल में छह महाद्वीपों के 24 देश शिरकत करेंगे। 21 पुरुषों की टीम है और 20 महिला टीम भाग ले रही है।
खो खो खेल का महाकुंभ 13 जनवरी से 19 जनवरी तक होगा। एशिया की टीमों में भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश भी शामिल हो रहे हैं। इस इवेंट में उपस्थित लोगों के लिए मनोरंजन के लिए एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन होगा। कॉमनवेल्थ गेम की तरह दिल्ली में खिलाड़ियों के ठहरने के लिए खेल गांव बसाने की भी योजना है ताकि देश-विदेश में इस खेल की चर्चा हो सके। विश्व कप में दो शानदार ट्रॉफी होंगी बना है। पुरुषों की चैंपियनशिप के लिए चमकदार नीली ट्रॉफी तैयार किया गया है और महिलाओं के लिए हरी ट्रॉफी है। जो गतिशील भावना को दर्शाता है। नीली ट्रॉफी विश्वास, दृढ़ संकल्प और सार्वभौमिक अपील का प्रतीक है, वहीं हरी ट्रॉफी विकास और जीवन शक्ति का प्रतीक।
विश्व कप खो-खो को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान देगा*--- *सुधांशु मित्तल*
खो खो फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष सुधांशु मित्तल ने मीडिया से बातचीत में बताया कि वर्ल्ड कप भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के तत्वावधान में आयोजित किया जा रहा है। यह विश्व कप खो-खो को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक नई पहचान दिलाने के लिए किया जा रहा है ताकि इस खेल को ओलंपिक्स में शामिल कराया जा सके। दुनिया भर के लोग खो-खो के कौशल, गति और टीम वर्क का प्रदर्शन को देख सकें। विविध संस्कृतियों को खेल के माध्यम से एकजुट करेगा। महासचिव एमएस त्यागी का कहना है कि 24 देशों की भागीदारी खो-खो की बढ़ती अंतरराष्ट्रीय लोकप्रियता को दर्शा रहा है। इस खेल का शुभंकर जिसका नाम तेजस और तारा। तारा मार्गदर्शन और आकांक्षा का प्रतीक है और तेजस गति और टीमवर्क का। यह खेल अब नई वैश्विक ऊंचाई तक पहुंच रहा है।