दिल्ली गुरुग्राम की अपेक्षा फ्लैट खरीदारों की पहली पसंद बन रहा ग्रेटर नोएडा वेस्ट

Edited By Gaurav Tiwari, Updated: 30 Sep, 2023 07:38 PM

greater noida west is becoming the first choice of flat buyers

लोकेशन और बजट- एक नए आवासीय गंतव्य के रूप में, नोएडा एक्सटेंशन ने पर्याप्त लोकप्रियता अर्जित की है

गुड़गांव, ब्यूरो: मुख्य शहर से दूर, चौड़ी सड़कें और उनके किनारे हरित पट्टियाँ, केंद्रीय व पड़ोसी क्षेत्रों के साथ शानदार कनेक्टिविटी, गुणवत्तापूर्ण शैक्षणिक संस्थान, बेहतर जीवन शैली का अनुभव, रोजाना खरीदारी के लिए मॉल और हाई स्ट्रीट बाजारों जैसे वाणिज्यिक और खुदरा केंद्रों और आपकी जेब के अनुकूल लागत वाले रेडी टू मूव घरों की पेशकश! इतनी सारी विशेषताओं के साथ पहली बार घर या अपना व्यवसायिक इकाई खरीदने वालों लोगों के लिए ग्रेटर नोएडा वेस्ट मध्य नोएडा और नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे की तुलना में प्रथम प्राथमिकता बन गया हैं। ग्रेटर नोएडा वेस्ट/नोएडा एक्सटेंशन कोविड महामारी के बाद राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में तेजी से बढ़ते रियल एस्टेट के सूक्ष्म बाजारों में से एक के रूप में तेजी से उभरा है। एक स्थान के रूप में, नोएडा एक्सटेंशन को कई सेक्टरों में विभाजित किया गया है जिसमें आवास, शिक्षण संस्थानों, खुदरा और वाणिज्यिक के लिए सेक्टर 4 और 16, आवासीय व व्यावसायिक के लिए सेक्टर 1, आवास, शिक्षण संस्थानों, खुदरा और वाणिज्यिक तथा आईटी के मिश्रण के साथ सेक्टर टेकज़ोन -4 है जो सभी आयु वर्ग के लोगों की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए विकसित व स्थापित किए गए है। एनसीआर के अन्य रियल एस्टेट के हिस्सों की तुलना में यहाँ अपेक्षाकृत कम दरों पर दो और तीन-बेडरूम ईकाइयाँ मिल सकती है।

 

लोकेशन और बजट- एक नए आवासीय गंतव्य के रूप में, नोएडा एक्सटेंशन ने पर्याप्त लोकप्रियता अर्जित की है। 2012-16 के दौरान किफायती इकाइयों के लिए एक हॉट शॉट वाला यह स्थान 18-50 लाख रुपये के बीच अधिकतम घर खरीदारों और निश्चित रूप से निवेशकों को भी अपना घर खरीदने के लिए आकर्षित किया । आगे बढ़ते हुए लगभग एक दशक के बाद नए क्षेत्र जैसे; सेक्टर 10, 12, और मौजूदा सेक्टरों में बचे हुए भूमि अब नए तरह के और हाई एंड इकाइयों की पेशकश कर रहे हैं जो प्रीमियम श्रेणी के खरीदारों को आकर्षित कर रहे हैं। इसे जिले में उभरते आईटी और बुनियादी ढांचे के निवेश से जबरदस्त बढ़ावा मिला है। अब शुरुवाती स्तर की इकाई लगभग 2.5-3 गुना अधिक कीमत है और इसकी लागत लगभग रु. 45 लाख और यह विशिष्टताओं के आधार पर रुपये 1.00 करोड़ तक जा रहा है। नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे के साथ सेक्टरों में एक अच्छी सोसायटी में 2 बीएचके यूनिट की कीमत 80 लाख रुपये से 95 लाख रुपये के बीच है, जबकि नोएडा एक्सटेंशन में आपको यही यूनिट 50-70 लाख रुपये में मिल सकती है। नोएडा एक्सप्रेसवे पर 3 बीएचके की इकाई 95 लाख- 1.0 करोड़ रुपये से शुरू होती है जबकी इसकी तुलना में ग्रेटर नोएडा पश्चिम में 3 बीएचके के घर 65-80 लाख रुपये में उपलब्ध है।  संपत्ति की कीमतें और मांग :  2016-2020 तक, अधूरी परियोजनाओं व मांग में कमी के कारण रियल एस्टेट के मूल्य स्थिर थे तथा कई बुनियादी ढांचा परियोजनाएं निर्माणाधीन थीं। लेकिन 2022 के बाद, नोएडा एक्सटेंशन में कीमतें लगातार बढ़ी हैं। रेडी टू मूव प्रॉपर्टी की मांग ने गति पकड़ी है और 2020 में प्रॉपर्टी दरें लगभग रुपये 3,800-4,200 प्रति वर्ग फुट से बढ़कर 2023 में लगभग रुपये 5,500-6,500 प्रति वर्ग फुट हो गया है और कहीं-कहीं पर सुविधाओं और विशिष्टताओं के आधार पर रुपये 7,500-8,000 प्रति वर्ग फुट भी है ।

 

एनारॉक की हालिया रिपोर्ट के मुताबिक, बड़े घरों की मांग कम नहीं हुई है, मौजूदा सर्वेक्षण में 3 बीएचके ने एक बार फिर 2 बीएचके को पीछे छोड़ दिया है। महामारी के बाद जीवन सामान्य होने के बावजूद बड़े घर शीर्ष पसंद बने हुए हैं। लगभग 48 प्रतिशत संपत्ति खरीदने वाले अन्य विकल्पों की तुलना में 3 बीएचके पसंद करते हैं, जबकि 39 प्रतिशत अभी भी 2 बीएचके इकाइयां पसंद करते हैं।  कारण: छोटे और मध्यम स्तर के प्रमोटरों को अवसर देने के बाद, इस क्षेत्र में प्रतिष्ठित डेवलपर्स का प्रवेश इस बदलाव का एक प्रमुख कारण है, जो अपनी निर्माण गुणवत्ता और समय पर परियोजना निर्माण के कारण संभावित खरीदारों के मध्य अधिक विश्वास रखते हैं। एक अन्य प्रमुख कारक उन लोगों की डिस्पोजेबल आय जिसे हम व्यय योग्य धनराशि मानते है जो अपने पोर्टफोलियो को बढ़ाने में रियल एस्टेट में निवेश का चयन कर रहे हैं। नोएडा एक्सटेंशन में संपत्ति की दर लगभग तीन गुना हो चुकी है जो अच्छे रिटर्न की अपेक्षा रखने वालों के लिए एक अच्छा सौदा है। उच्च मुद्रास्फीति की दर के बाद भी, जिसने लोगों की खर्च करने योग्य आय को प्रभावित किया है और लोगों पर वित्तीय दबाव बढ़ गया है, संपत्ति में निवेश बढ़ गया है। महामारी की शुरुआत के बाद से वैश्विक स्तर पर और भारत में लगातार मुद्रास्फीति के रुझान और बदलते वैश्विक परिदृश्य ने सीधे तौर पर खर्च करने योग्य आय को प्रभावित किया है, लेकिन इसने आवास क्षेत्र की बिक्री वृद्धि को प्रभावित नहीं किया है।इस बदलाव में निर्माण तकनीक ने भी अहम भूमिका निभाई है। ऊंची इमारतों के निर्माण में एल्युमीनियम शटरिंग के उपयोग ने इकाइयों के आकार और संरचना की गुणवत्ता को प्रभावित किया है। इसलिए, प्रमोटर ईंट प्रकार की संरचना की तुलना में बड़ी इकाइयों की पेशकश करने में सक्षम हुए हैं, जिससे 2 + 1 और 2 बीएचके के बजाय 3 बीएचके की आपूर्ति में वृद्धि हुई है।

 

क्रेडाई वेस्टर्न यूपी के सचिव श्री दिनेश गुप्ता कहते हैं, “हमने जनवरी 2023 से इस क्षेत्र में आवासीय और वाणिज्यिक दोनों संपत्तियों की मांग में आमूल-चूल बदलाव देखा है। नई सरकारी नीतियों और बुनियादी ढांचे पर जोर देने के साथ, खरीदारों ने इस क्षेत्र को प्राथमिकता दी है और हम उम्मीद कर रहे हैं कि डेवलपर्स पिछले साल की तुलना में इस त्योहारी सीजन में अपनी पिछली बिक्री संख्या को पार कर जाएंगे। एक एसोसिएशन के रूप में, हम अपने सदस्यों पर रजिस्ट्रियों की प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए भी दबाव डाल रहे हैं, जिससे निश्चित रूप से पूरे सेक्टर के प्रति सकरात्मकता बनी रहे। इस क्षेत्र में दो, तीन और चार-बेडरूम इकाइयों की पेशकश करने वाली आवासीय परियोजनाएं हैं। प्रमुख परियोजनाओं में निराला एस्टेट (सेक्टर-टेकज़ोन 4), अरिहंत वन (सेक्टर 1), एपेक्स गोल्फ एवेन्यू (सेक्टर -1), एक्सोटिका ड्रीमविले (सेक्टर - 16बी), इरोस संपूर्णम (सेक्टर 2), आरजी लक्ज़री होम्स (सेक्टर-16सी) एटीएस होमक्राफ्ट हैप्पी ट्रेल्स (सेक्टर 10), और सीआरसी सब्लिमिस (सेक्टर 1) शामिल हैं।

 

हाल ही में लॉन्च की गई और आगामी परियोजनाओं में सीआरसी जॉयस (टेकज़ोन 4), सेक्टर 16 में आरजी लक्ज़री होम्स चरण - 2, इरोस संपूर्णम चरण 2, पाम ओलंपिया चरण -2 (गौड़ सिटी सेक्टर 16 सी), सेक्टर 12 में सिविटेक स्ट्रिंग्स के साथ एलेडेको और अन्य डेवलपर्स हैं। आरजी ग्रुप के निदेशक, श्री हिमांशु गर्ग के अनुसार, “एक मजबूत उपभोक्ता मानसिकता और रियल एस्टेट में निवेशकों का विश्वास बहुत बढ़ गया है, अच्छे डेवलपर्स नए आवास आपूर्ति में अग्रणी हैं और खरीदार उन्हें सुरक्षित निवेश के रूप में मान रहे हैं। संपत्ति की कीमतों में तीन गुना बढ़ोतरी को देखते हुए, पुराने उपयोगकर्ता और निवेशक मांग बढ़ा रहे हैं और बाजार में फिर से निवेश कर रहे हैं। आवासीय के बाद लोग रिटेल और ऑफिस स्पेस में  रुचि दिखा रहे है। आने वाले समय में प्रस्तावित लॉजिस्टिक हब, टॉय हब, मेडिकल डिवाइस हब, मैन्युफैक्चरिंग हब, अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, सड़क, मेट्रो आदि की मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी निश्चित रूप से क्षेत्र में भीड़भाड़ कम करने में मदद करेगी और आगामी वाणिज्यिक और सूचना प्रोद्योगिकी में बढ़ते निवेश  के कारण रोजगार के बहुत सारे अवसर प्रदान करेगी। ऐसे में घरों की मांग बढ़ेगी और एंड यूजर या अंतिम उपभोक्ता की इस मांग में बड़ी हिस्सेदारी होगी लेकिन निवेशक भी इसमे प्रमुख भूमिका निभाएंगे।

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