Edited By Gaurav Tiwari, Updated: 22 Mar, 2025 07:46 PM
पर्ल एकेडमी, जो 1993 से भारत की अग्रणी क्रिएटिव शिक्षा संस्थान रही है, ने नई दिल्ली में पर्ल एकेडमी स्कूल ऑफ बिज़नेस का भव्य अनावरण किया।
गुड़गांव ब्यूरो : पर्ल एकेडमी, जो 1993 से भारत की अग्रणी क्रिएटिव शिक्षा संस्थान रही है, ने नई दिल्ली में पर्ल एकेडमी स्कूल ऑफ बिज़नेस का भव्य अनावरण किया। यह आयोजन व्यावसायिक शिक्षा में एक परिवर्तन कारी क्षण को चिह्नित करता है, जहां नेतृत्व को रचनात्मकता, नवाचार और उद्यमशील सोच के साथ फिर से परिभाषित किया गया है।
पर्ल एकेडमी स्कूल ऑफ बिज़नेस का मुख्य उद्देश्य पारंपरिक सोच को चुनौती देना है। यह अगलीपीढ़ी के लीडर को ऐसा दृष्टिकोण, रचनात्मकता और कौशल प्रदान करता है, जिससे वे बदलाव ला सकें। यहां उद्यमशीलता की भावना, रचनात्मक समस्या-समाधान और वास्तविक दुनिया के अनुभवों के माध्यम से छात्रों को व्यापार और जीवन दोनों में सफलता के लिए तैयार किया जाता है।
इस दूर दृष्टि का नेतृत्व अमोद विजय वर्गीय, डायरेक्टर, पर्ल एकेडमी स्कूल ऑफ बिज़नेस, कर रहे हैं। अमोद एक अनुभवी उद्योग विशेषज्ञ हैं, जिन्होंने अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और भारत में फॉर्च्यून 500 कंपनियों के विकास में लगभग तीन दशकों तक योगदान दिया है। एशिया के शीर्ष 10 भविष्यवादी विचारकों में शामिल अमोद ने बतायाकि कैसे भविष्य के व्यापारजगत में रचनात्मकता महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। उन्होंने कहा, ''व्यापार में रचनात्मकता के वलनवीन उत्पादों तक सीमित नहीं है; यह एक परिवर्तन कारी शक्ति है, जो उद्योगों को नया आकार देती है, नई संभावनाओं के द्वार खोलती है और दुनिया को बदलती है। पर्ल एकेडमी स्कूल ऑफ बिज़नेस में हमारा लक्ष्य भविष्य के नेताओं को रचनात्मक व्यावसायिक दृष्टिकोण से सशक्त बनाना है, जिससे वे व्यापार की बदलती दुनिया में सफल हो सकें।
संस्थान के बीबीए (BBA) और एमबीए (MBA) प्रोग्राम्स को आज के गतिशील व्यावसायिक परिवेश के अनुरूप तैयार किया गया है। ये प्रोग्राम निम्नलिखित क्षेत्रों में विशेषज्ञता प्रदान करते हैं:
• विज्ञापन और ब्रांड प्रबंधन
• डिजिटल कम्युनिकेशन मैनेजमेंट
• डेटासाइंस और बिज़नेस एनालिटिक्स
• मीडिया और एंटरटेनमेंट मैनेजमेंट
• ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट
इन नए कोर्सों के अलावा, पर्ल एकेडमी ने फैशन और लाइफ स्टाइल बिज़नेस मैनेजमेंट (FLBM) और ग्लोबल लग्ज़री मैनेजमेंट (GLBM) जैसे अनूठे बीबीए और एमबीए प्रोग्राम्स पहले से ही संचालित किए हैं। ये भारत में अपनी तरह के पहले प्रोग्राम्स हैं और अबतक 4000 से अधिक सफल पूर्व छात्र तैयार कर चुके हैं, जो वैश्विक ब्रांड्स, लग्ज़री हाउस और इनोवेटिव स्टार्टअप्स का नेतृत्व कर रहे हैं।
उद्योग जगत के दिग्गजों ने साझा किए विचार
इस कार्यक्रम में विभिन्न उद्योगों के अग्रणी विशेषज्ञ, उद्यमी, शिक्षाविद और महत्वाकांक्षी व्यवसायी शामिल हुए। मुख्य वक्तव्यों और पैनल चर्चाओं के दौरान व्यापार में रचनात्मकता की भूमिका पर गहन संवाद हुआ। पैनल चर्चा में प्रमुख उद्योग विशेषज्ञों ने भाग लिया:
• सौरभ ठुकराल, पार्टनर, EY ग्लोबल मैनेज्डसर्विसेज, GMx - सॉल्यूशंस
• शौविक रॉय, चीफ ऑफ ब्रांड मार्केटिंग, G.O.A.T ब्रांडलैब्स
• विनय मैथ्यूज, फाउंडर, फेयरसेंट
• धर्मेंद्र खन्ना, सीनियर वाइस प्रेसिडेंट, स्पोर्ट्स स्टेशन (SSIPL ग्रुप)
• अदिति श्रीवास्तव, अध्यक्ष, पर्ल एकेडमी
पैनल ने उद्योग के नवीनतम रुझानों, व्यावहारिक उदाहरणों और के सस्टडीज पर चर्चा की, जिससेआधुनिक व्यापार प्रथाओं में रचनात्मकता, भावनात्मक बुद्धिमत्ता और डिज़ाइन थिंकिंग के महत्व को उजागर किया गया।
भविष्य के व्यापारिक नेतृत्व की नई परिभाषा
पर्ल एकेडमी स्कूल ऑफ बिज़नेस उद्योग जगत के व्यापक नेटवर्क से जुड़ा हुआ है, जिससे छात्रों को इंटर्नशिप, प्लेसमेंट और वास्तविक व्यावसायिक अनुभव का लाभ मिलता है। संस्थान के सलाहकार बोर्ड में वैश्विक उद्योग विशेषज्ञ शामिल हैं, जो पाठ्यक्रम को भविष्य की आवश्यकताओं के अनुसार विकसित करने में मदद करते हैं। इसके अलावा, फैकल्टी में अनुभवी उद्योग विशेषज्ञ और शिक्षाविद शामिल हैं, जो नवाचार को प्रेरित करते हैं। संस्थान का कैंप सरचनात्मकता और सहयोग को बढ़ावा देने के लिए डिज़ाइन किया गया है और यह सिर्फ एक बिज़नेस स्कूल नहीं, बल्कि 21वीं सदी के नेतृत्व को पुनर्परिभाषित करने की एक आंदोलन है। डिज़ाइन थिंकिंग, भावनात्मक बुद्धिमत्ता और वास्तविक दुनिया के अनुभवों को पाठ्यक्रम में शामिल करके, पर्ल एकेडमी स्कूल ऑफ बिज़नेस ऐसे नेताओं को तैयार कर रहा है, जो केवल भविष्य का सामना नहीं करेंगे, बल्कि अपनी दूर दृष्टि, साहस और नवाचार से उसे आकार भी देंगे।