Edited By Gaurav Tiwari, Updated: 28 Mar, 2023 08:20 PM

हमारे शहर में सभी जानते हैं कि किस तरह की प्रतिस्पर्धा चल रहीं है, जहा लाखो लोगो के बीच में गिने चुने लोगो को ही कुछ करने का मौका मिलता हैं ऐसा समझिए की प्लेटफार्म तो मिले किन्तु मौका न मिले, कला के माध्यम से हर कोई अपने जीवन में आगे बढ़ना चाहता हैं
गुडगांव ब्यूरो : हमारे शहर में सभी जानते हैं कि किस तरह की प्रतिस्पर्धा चल रहीं है, जहा लाखो लोगो के बीच में गिने चुने लोगो को ही कुछ करने का मौका मिलता हैं ऐसा समझिए की प्लेटफार्म तो मिले किन्तु मौका न मिले, कला के माध्यम से हर कोई अपने जीवन में आगे बढ़ना चाहता हैं लेकीन कई ऐसी चुनौतियां सामने आती हैं कि अपने राह से कोई भटक जाता हैं, तो कोई बीच में ही अपने सपनो से मुंह मोड़ लेता हैं।
कही न कही बाकी लोग इससे हताश जरूर होते हैं, ऐसे में इस भीड़ में खुद को स्थापीत करना एक तरह की चुनौती बन गई है। ऐसे ही प्रतिभावान व्यक्तियों के लिए टीआईजीपी के माध्यम से एक ऐसा प्रयास हैं जिससे लोगो को उनके टैलेंट के अनुसार एक सही मंच मिले।
मुम्बई नानाचौक में 25 नवंबर 1980 को जन्मे डॉ. स्वरूप पुराणिक, जिन्होंने टीआईजीपी की स्थापना की। उनके अनुसार जीवन में फिटनेस को हमेशा प्राथमिकता देना चाहिए, अपने इसी जुनून के कारण डॉ. स्वरूप पुराणिक ने टेक्सास में आयरन मैन नॉर्थ अमेरिकन चैंपियनशिप हासिल की। टीआईजीपी मंच अपने प्रतीभा को निखारने का बेहतरीन माध्यम हैं,डॉ. स्वरुप पुराणिक जो टेडएक्स स्पीकर हैं अपने टॉक "एंब्रेसिंग परफेक्शन" में भी इन्ही बातो का ज़िक्र करते हैं।
टीआईजीपी हर गांव कस्बे तक की महिलाओ को यहां आने का मौका देकर एक अच्छी परिपूर्ण ट्रेनिंग के साथ लोगो में एक अलग तरह की ऊर्जा का अनुभव कराता हैं, और समय आने पर उन प्रतिभाओं को अपने टैलेंट के अनुसार मौका भी दिया जाता हैं, चाहे वे किसी भी क्षेत्र में रूचि रखते हो उन्हें उस फील्ड में मौका जरूर मिलता हैं।