Edited By Gaurav Tiwari, Updated: 24 Nov, 2024 05:18 PM
महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में महायुति नें प्रचंड जीत हासिल की है, जिसमें अजीत पवार के नेत्रत्व वाली एनसीपी का भी 80% जीत के स्ट्राइक रेट के साथ महत्वपूर्ण योगदान है,
गुड़गांव ब्यूरो : महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में महायुति नें प्रचंड जीत हासिल की है, जिसमें अजीत पवार के नेत्रत्व वाली एनसीपी का भी 80% जीत के स्ट्राइक रेट के साथ महत्वपूर्ण योगदान है, जीत के तुरंत बाद एनसीपी से भी पार्टी के मुखिया अजीत पवार को मुख्यमंत्री बनाये जानें की मांग उठने लगी है, पार्टी की युवा इकाई के प्रमुख, स्टार कैंपेनर धीरज शर्मा नें भारतीय जनता पार्टी और एकनाथ शिंदे वाली शिवसेना से अपील की है कि अजित दादा को मुख्यमंत्री बनाए जाने को लेकर सभी को गंभीरता से विचार करना चाहिए. इसके पीछे धीरज शर्मा तर्क देते हैं की अजीत पवार पहले भी कई बार उपमुख्यमंत्री रह चुके हैं,
महायुति में सबसे अनुभवी और उम्रदराज जनप्रतिनिधि है. इसके साथ ही उपमुख्यमंत्री सह वित्तमंत्री रहते हुए अजित दादा द्वारा बनाई गई जनहितकारी योजनाओं जिसमें मुख्य रूप से 'माझी लाडकी बहीण योजना' अन्नदाताओं के लिये शतकारी योजना, युवाओं के बेरोजगारी भत्ते को बढ़ाना, अल्पसंख्यकों के लिये कई योजनायें लाकर उन्हें बीजेपी गठबंधन से जोड़ना जैसे कई फैसले शामिल हैं. इसके अलावा हर वर्ग के लिए पार्टी घोषणापत्र में दूरदर्शी योजनाओं को शामिल करके जनता का विश्वास जीता है. इसलिये महाराष्ट्र के विकास को आगे बढ़ाने वाले मुख्यमंत्री पद के लिए सबसे योग्य उम्मीदवार हैं..
गौरतलब है कि एनसीपी के दो हिस्से होने पर धीरज शर्मा भी तमाम वरिष्ठ नेताओं के साथ असली एनसीपी यानी कि अजीत पवार के साथ आ गये थे. तबसे महाराष्ट्र समेत पूरे भारत खासतौर पर हिंदीभाषी राज्यों के ताबड़तोड़ दौरे करके उन्होंनें पूरे देश में एनसीपी संगठन को विस्तार दिया है, 'अजीत युवा योद्धा' नाम से राष्ट्रव्यापी अभियान चलाकर बड़ी संख्या में युवाओं को पार्टी से जोड़ा है. महाराष्ट्र की कई विधानसभाओं में जाकर अजीत पवार की विचारधारा को घर घर तक पहुंचाया है. महाराष्ट्र में पर्दे के पीछे रहकर इस युवा नेता नें युवाओं का रुख अजीत पवार की तरफ मोड़ने में अहम भूमिका निभाई है.
सियासत के माहिर खिलाड़ी धीरज शर्मा दिल्ली, हरियाणा और अन्य हिंदी भाषी राज्यों में पार्टी का मुख्य चेहरा हैं, 2019 में गुड़गांव से एनसीपी के विधायक रैस्केयू करने से लेकर कभी MVA सरकार गिरने से बचाने के लिये प्रयासरत रहे धीरज शर्मा आज NDA में शामिल होने के बाद अजीत पवार को मुख्यमंत्री बनाये जाने की मांग को लेकर चर्चा में हैं, अब देखना दिलचस्प होगा कि अजीत के इस सेनापति की मांग पर महायुति गठबंधन गौर करेगा या नहीं.