Edited By Rakhi Yadav, Updated: 26 Nov, 2018 12:13 PM
गांव जसिया में जाट महासम्मेलन के दौरान जाट समाज के लोगों ने सर्वसम्मति से एक बार फिर सरकार के खिलाफ हुंकार भरी है। जाट समाज के लोगों ने सरकार को 20 दिसम्बर तक का अल्टीमेटम देते हुए ...
रोहतक: गांव जसिया में जाट महासम्मेलन के दौरान जाट समाज के लोगों ने सर्वसम्मति से एक बार फिर सरकार के खिलाफ हुंकार भरी है। जाट समाज के लोगों ने सरकार को 20 दिसम्बर तक का अल्टीमेटम देते हुए कहा कि अगर 20 दिसम्बर तक सरकार ने उनकी मांग पूरी नहीं की तो 21 दिसम्बर को जंतर-मंतर पर लाखों की संख्या में एकत्रित होकर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
इसके बाद भी सरकार नहीं मानी तो आगामी चुनावों में भाजपा का बहिष्कार करते हुए उन्हें गांवों में घुसने तक नहीं दिया जाएगा। अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के अध्यक्ष यशपाल मलिक ने कहा कि सरकार के साथ वार्ता बहुत हो चुकी है, अब सरकार अपने समझौते को लागू करे।
अगर सरकार ऐसा नहीं करती है तो सरकार के खिलाफ आंदोलन का बिगुल बजा दिया जाएगा। वहीं, केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह ने कहा कि मैं आरक्षण के हक में हूं। आपस में जो फूट है, उसे दूर करो। आपसी फूट को छोड़कर एकजुट हो जाओ और अपने हक के लिए लड़ाई लड़ो। सरकार के साथ जो समझौता हुआ था, सरकार को उसे पूरा करना चाहिए। सरकार के साथ बात करने से डरो मत, छाती खोलकर अपना हक मांगो।
विपक्ष के नेता अभय चौटाला ने भी मंच से कहा कि भाजपा सरकार जाट समाज के साथ अन्याय कर रही है। जो समझौता हुआ है, उसे लागू करें। उन्होंने कहा कि एक दूसरे की टांग खींचना बंद करो और एकजुट हो जाओ। अगर आगामी चुनाव में इनैलो की सरकार बनी तो वह छोटूराम के नाम पर खोली जाने वाली संस्था में 100 करोड़ रुपए दान करेंगे। इसके अलावा अन्य कई विधायक भी मौजूद रहे।