Edited By Updated: 21 Sep, 2016 05:54 PM

हरियाणा विधानसभा में विपक्ष के नेता अभय सिंह चौटाला ने बीफ व मेवात मामले में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर द्वारा छोटी घटना बताने पर नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देने की मांग की।
रोहतक (दीपक भारद्वाज): हरियाणा विधानसभा में विपक्ष के नेता अभय सिंह चौटाला ने बीफ व मेवात मामले में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर द्वारा छोटी घटना बताने पर नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देने की मांग की। अभय चौटाला ने कहा कि या तो मुख्यमंत्री प्रदेश की जनता से माफी मांगे या फिर अपना त्याग पत्र दें। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा पर भी निशाना साधा और कहा कि भूपेन्द्र सिंह हुड्डा के बुजुर्ग होने के नाते उनकी चिंता है। अभय सिंह चौटाला ने यहां तक कहा कि उन्हें अपने केसों के लिए देश के उच्चकोटी के वकीलों के साथ मीटिंग की है।
भूपेंद्र सिंह हुड्डा के केस में भी वह अच्छे वकील के लिए बिचौलियां की भूमिका के लिए तैयार है। साथ ही उन्होंने कहा कि जब उनके खिलाफ केस दर्ज किए गए तो उस वक्त अजय चौटाला और वे स्वयं अमेरिका में थे। मामले का पता चलते ही तुरंत स्वदेश आ गए थे, लेकिन भूपेंद्र सिंह हुड्डा के ठिकानों पर सी.बी.आई. छापों के बाद वे 4 दिन तक भूमिगत हो गए थे।
कुरूक्षेत्र के सांसद राजकुमार सैनी को लेकर अभय सिंह चौटाला ने कहा कि मुख्यमंत्री खट्टर ने प्रदेश को बर्बाद करने के लिए सैनी की पीठ थपथपा रखी है। इसी के चलते राजकुमार सैनी अभी भी अनाप-शनाप बयानबाजी कर रहे है। प्रदेश में इतना बड़ा बवाल होने के बाद सरकार अभी भी फिर से भाईचारा बिगाड़ने के प्रयास में है। हर रोज भाजपा नेता इस तरह की बयान बाजी कर रहे है कि ताकि प्रदेश में भाईचारा कायम न हो सके।
अभय चौटाला ने कहा कि सरकार ने जाट नेता यशपाल मलिक के खिलाफ तो राजद्रोह का केस दर्ज कर लिया, जबकि यशपाल मलिक समाज की लड़ाई लड़ रहे है, लेकिन रोज रोज भाईचारा बिगाड़ने के लिए बयानबाजी कर रहे राजकुमार सैनी के खिलाफ अब तक राजद्रोह का मामला क्यों नहीं दर्ज किया। इससे साफ है सांसद सैनी को मुख्यमंत्री का आशीर्वाद प्राप्त है।