Edited By Isha, Updated: 31 Dec, 2024 09:48 AM
स्थानीय साइबर थाना की टीम ने साइबर फ्रॉड के मामले में संलिप्त 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने टेलीग्राम टास्क/टेलीग्राम पर ऑनलाइन कार्य का झांसा देकर साइबर फ्रॉड किया है। आरोपियों की पहचान किशोर, ऋषभ, ऋषि क
नारनौल: स्थानीय साइबर थाना की टीम ने साइबर फ्रॉड के मामले में संलिप्त 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने टेलीग्राम टास्क/टेलीग्राम पर ऑनलाइन कार्य का झांसा देकर साइबर फ्रॉड किया है। आरोपियों की पहचान किशोर, ऋषभ, ऋषि कश्यप, मुकेश नाथ, कैलाश नाथ, प्रमोद कुमार, अभिषेक और अमन के रूप में हुई है। आरोपी यूपी, राजस्थान के रहने वाले हैं। इनके हवाले से पुलिस ने 24 मोबाइल, 4 लैपटॉप, 8 एटीएम कार्ड, 2 चेकबुक, 8 कैशबुक, 7 सिम कार्ड व अन्य सामान बरामद किया है।
मामले की जांच में पुलिस ने पता लगाया कि साइबर ठगी की वारदात को अंजाम देने में आरोपी खाता उपलब्ध कराते थे और खातों में आई ठगी की राशि को ट्रांसफर करने का काम करते थे। साइबर थाना की टीम इस मामले में चार आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। शिकायतकर्ता सुनील कुमार वासी खैराना ने साइबर फ्रॉड की शिकायत देते हुए बताया कि वह भारतीय सेना से रिटायर्ड है। 9 जुलाई को उसको टेलीग्राम पर ऑनलाइन वर्क के संबंध में एक मैसेज प्राप्त हुआ और घर बैठे ऑनलाइन वर्क करने की प्रक्रिया के बारे में बतलाया।
इसके बाद उसके पास 12 जुलाई को एक वेब लिंक भेजा, शिकायतकर्ता ने उस लिंक पर क्लिक किया तो एक वेबसाइट खुल गई। जिस पर शिकायतकर्ता ने उनके बताए अनुसार वेबसाइट पर अपनी सभी जानकारी भरकर रजिस्ट्रेशन कर दिया। उसके बाद साइबर ठगों ने शिकायतकर्ता को एक ग्रुप ज्वाइन करवाया। जिसमें रोजाना वेबसाइट पर कुछ टास्क पूरे करने थे, जिसके बदले वेबसाइट पर बने उसके अकाउंट में कुछ रुपए जमा हो गए। जिनको शिकायतकर्ता ने अपने बैंक अकाउंट में ट्रांसफर कर लिया। उसके बाद 13 जुलाई को उसको एक टास्क दिया, जिसको पूरा करने पर शिकायतकर्ता के वेबसाइट वाले अकाउंट में 12,000 रुपये दर्शाए गए। उसके बाद साइबर ठग शिकायतकर्ता से टास्क पूरा करवाते व अलग-अलग कई अकाउंट में उससे रुपए डलवाते रहे व उसके वेबसाइट पर बने अकाउंट में रुपए बढ़ते गए।
शिकायतकर्ता ने अपनी जमा पूंजी व दोस्तों तथा रिश्तेदारों से उधार लेकर साइबर ठगों द्वारा दिए गए विभिन्न बैंक खातों अलग-अलग तिथियों में कुल 1,18,47,353 रुपए जमा करवा दिए। लेकिन उसके भी साइबर ठगों द्वारा रुपये जमा करवाने का दबाव डाला जा रहा था, जबकि उसके वेबसाइट वाले अकाउंट में 1,52,03,443/– रुपए प्रदर्शित हो रहे थे। शिकायतकर्ता ने शिकायत दर्ज कराई कि नामालूम व्यक्तियों ने अपनी पहचान छिपा कर योजनाबद्ध तरीके से संगठित रूप से उसे विश्वास में लेकर विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक साधनों की सहायता से गलत जानकारी देकर उसके साथ साइबर ठगी की है।