Edited By Updated: 08 May, 2016 01:32 PM

चार दिन की चांदनी फिर अंधेरी रात है, यह कहना है सी.एम सिटी सैक्टर-13 वासियों का।
करनाल (कमल मिड्ढा): चार दिन की चांदनी फिर अंधेरी रात है, यह कहना है सी.एम सिटी सैक्टर-13 वासियों का।
आपको बता दे, करनाल के कुछ सैक्टर-13 वासियों ने मीडिया के साथ मिलकर तेज रफ्तार बाइक राइडर्स की आवारा गर्दी खत्म करने की मुहीम छेड़ी थी, जिसका असर सिर्फ 5 दिन देखने को ही मिला।
एक बार फिर से यहां पर धूम फिल्म की तर्ज पर बाइक सवार लड़के-लड़कियां राहगीरों विशेष तौर पर बुजुर्गों के लिए खतरा बन चुके है। टीन एजर्स के इन झुंडों में लड़के ही नहीं कुछ हद तक लड़कियां भी शामिल होती है। इन्हें भी आजादी के ये पल जीने की उतनी ही जल्दी होती है जितनी लड़को को, लेकिन आजादी पाने की चाहत में ये भूल जाते हैं कि ये किसी रिहायशी इलाके में मौजूद हैं और आस-पास सभ्रांत व बुजुर्ग लोग भी रहते हैं।
ज्यादातर युवा लड़के जो यहां आते है, वह शहर भर के अलग-अलग कोने से आते है और रोज शाम यहा 2 घंटे तक इसी तरह से आवारा गर्दी करते और टयूशन आने वाली लड़कियों के पीछे चक्कर लगाते रहते है। यही नहीं ट्यूशन के नाम पर अभिभवकों की आंखों में धूल झोंककर घर से आने वाले ज्यादातर बच्चे सड़कों को भी किसी फिल्म के सेट से कम नहीं समझते।