Edited By Isha, Updated: 11 Aug, 2019 11:58 AM

हरियाणा स्वाभिमान आंदोलन में जहां एक तरफ हरियाणा के 10 जिलों में किसान शांतिपूर्ण धरने पर बैठ गए हैं। वहीं, देशभर से किसान संगठन भी स्वाभिमान आंदोलन के पक्ष में आ खड़े हुए हैं। आंदोलन का
जुलाना (पांचाल): हरियाणा स्वाभिमान आंदोलन में जहां एक तरफ हरियाणा के 10 जिलों में किसान शांतिपूर्ण धरने पर बैठ गए हैं। वहीं, देशभर से किसान संगठन भी स्वाभिमान आंदोलन के पक्ष में आ खड़े हुए हैं। आंदोलन का नेतृत्व कर रहे किसान नेता रमेश दलाल ने बताया कि न्याय न मिलने की स्थिति में 14 अगस्त से बहादुरगढ़, जुलाना व दादरी में किसान ट्रेनों को रोकेंगे। ऐसे में अगर प्रशासन ने किसी तरीके का अत्याचार किसानों पर किया तो विभिन्न किसानों के संगठन ने पूरे देश में 62 जगहों पर ट्रेनों को रोकने की जिम्मेदारी ली है।
आंदोलन में फसल के न्यूनतम समर्थन मूल्य में बढ़ौतरी की मांग मुख्य मांगों में से एक है। कश्मीर की नाजुक स्थिति को देखते हुए, देशहित में यह फैसला लिया गया है कि कश्मीर में रेल रोकने का कोई भी प्वाइंट नहीं बनाया जाएगा।
वहीं, किलाजफरगढ़ गांव में चल रहे धरनों को भारी जनसमर्थन मिल रहा है। रमेश दलाल का कहना है कि सभी मांगे आम आदमी व किसानों से जुड़ी मांगे हैं, इसलिए हर व्यक्ति बढ़़-चढ़कर आंदोलन में हिस्सा ले रहे हैं। आंदोलन में राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी व 352ए के निर्माण में जमीन अधिग्रहण का उचित मुआवजा, जुलाना को सब-डिवीजन बनाना, एस.वाई.एल. नहर से हरियाणा को उसके अधिकार का पानी मिले, खरकरामजी में रेलवे स्टेशन व रेल क्रासिंग का निर्माण, फसल के न्यूनतम समर्थन मूल्य में बढ़ौतरी जैसी मांगो को मिलाकर कुल 25 मांगें रखी गई हैं। इस मौके पर धरनास्थल पर मुख्य रूप से नंदगढ़ बारहा प्रधान होशियार सिंह दलाल, अजीत नंदगढ़, अमीर किलाजफरगढ़, लजवाना कलां से अनिल व राजेन्द्र, पटेल सिरसा खेड़ी, बलदेव सिंह बूढ़ा खेडा आदि मौजूद रहे।