Edited By Pawan Kumar Sethi, Updated: 31 Oct, 2025 05:23 PM

सरदार वल्लभभाई पटेल ने हमेशा समाज में समानता, एकता और समरसता के मूल्यों को बढ़ावा दिया। उन्होंने स्वतंत्र भारत की नींव को मजबूती देने का कार्य किया। यह बात भाजपा आत्मनिर्भर भारत के जिला सह संयोजक धर्मेंद्र तंवर ने कही।
गुड़गांव, (ब्यूरो): सरदार वल्लभभाई पटेल ने हमेशा समाज में समानता, एकता और समरसता के मूल्यों को बढ़ावा दिया। उन्होंने स्वतंत्र भारत की नींव को मजबूती देने का कार्य किया। यह बात भाजपा आत्मनिर्भर भारत के जिला सह संयोजक धर्मेंद्र तंवर ने कही। वे आज गुड़गांव के सेक्टर-61 स्थित गुर्जर भवन में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने सरदार पटेल की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करते हुए उन्हें नमन किया।
गुरुग्राम की ताजा खबरों के लिए लिंक https://www.facebook.com/KesariGurugram पर टच करें।
इस अवसर पर धर्मेंद्र तंवर ने कहा कि सरदार पटेल ने रियासतों को एक सूत्र में पिरोकर देश को एक सशक्त राष्ट्र के रूप में स्थापित किया। यही कारण है कि उनकी जयंती को पूरे देश में राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जाता है। सरदार पटेल ने खेड़ा आंदोलन और बारडोली सत्याग्रह में सरदार पटेल ने किसानों के अधिकारों की लड़ाई लड़ी। उनके नेतृत्व से प्रभावित होकर महिलाओं ने उन्हें “सरदार” की उपाधि दी। महात्मा गांधी ने उनकी दृढ़ता, अनुशासन और संगठन क्षमता को देखते हुए उन्हें “लौह पुरुष” कहा।
धर्मेंद्र तंवर ने कहा कि स्टैच्यू ऑफ यूनिटी, सरदार पटेल के अद्वितीय योगदान और उनके एकता संदेश का प्रतीक है। यह प्रतिमा हमें यह याद दिलाती है कि एक सशक्त भारत तभी संभव है जब हर नागरिक, हर क्षेत्र और हर समुदाय आपसी एकता की भावना से जुड़ा हो। उन्होंने कहा कि सरदार वल्लभभाई पटेल का जीवन इस बात का उदाहरण है कि दृढ़ इच्छाशक्ति और सही दिशा में किए गए प्रयास किसी भी असंभव कार्य को संभव बना सकते हैं। इस अवसर पर मौजूद लोगों ने भी देश की अखंडता और एकता को बल देने की दिशा में कार्य करने का संकल्प लिया।