Edited By Deepak Paul, Updated: 05 Jan, 2019 07:04 PM

जींद उपचुनाव का बिगुल बजे बेशक एक सप्ताह बीत गया हो लेकिन उम्मीदवारों के नाम को लेकर सियासी दलों का मंथन अभी भी पूरा नहीं हो पया है। जींद उपचुनाव में किस्मत आजमा रही छोटी बड़ी पार्टियां तो क्या किसी निर्दलीय उम्मीदवार ने भी तीन दिन बीत जाने के...
डेस्क: जींद उपचुनाव का बिगुल बजे बेशक एक सप्ताह बीत गया हो लेकिन उम्मीदवारों के नाम को लेकर सियासी दलों का मंथन अभी भी पूरा नहीं हो पया है। जींद उपचुनाव में किस्मत आजमा रही छोटी बड़ी पार्टियां तो क्या किसी निर्दलीय उम्मीदवार ने भी तीन दिन बीत जाने के बावजूद नामांकन दाखिल नहीं किया। नामांकन की प्रक्रिया तीन जनवरी से शुरू है लेकिन आज भी एसडीएम कोर्ट किसी नामांकन के लिए तरस गया।
ऐसा माना जा रहा है कि सभी राजनीति दल एक दूसरी पार्टी के उम्मीदवारों के नाम सामने के इंतजार में बैठे है। वहीं कयास लगाए जा रहे हैं कि सभी राजनीति दल पर्चा 9 या 10 जनवरी को आखिरी दिन ही दाखिल करवाएंगे। जानकारी के मुताबिक नामांकन दाखिल करने के पहले दिन एसडीएम कोर्ट से चार फार्म जरूर ले जाये गए थे लेकिन अभी तक उन फार्मों को जमा करवाने के लिए कोई भी उम्मीदवार नहीं आया हैं।
भाजपा ने उम्मीदवार चुनने के लिए दिल्ली स्थित हरियाणा भवन में चुनाव समिति की बैठक की थी। लेकिन मंथन के बाद किसी उम्मीदवार नाम सामने नहीं आया और उम्मीदवार के लिए पार्टी के तरफ से कृषि मंत्री ओपी धनखड़ तथा राष्ट्रीय सचिव सुधा यादव को पर्यवेक्षक नियुक्त किया। लेकिन पर्यवेक्षक बनाए जाने के बाद भी फिलहाल भाजपा की तरफ से किसी उम्मीदवार का नाम सामने नहीं आया है।
वहीं जींद की धरती पर ही उदय हुई हरियाणा नई पार्टी जननायक जनता पार्टी की तरफ से भी अपने ताश के पत्ते नहीं खोले गए है। लगता है कि पार्टी सुप्रीमों हिसार से सांसद दुष्यंत चौटाला भी अन्य पार्टियों के उम्मदीवारों का दंगल में उतरने का इंतजार कर रहे है।
अगर बात करें इनेलो पार्टी की तो वह भी जींद उपचुनाव में उम्मीदवार उतारने को लेकर को रूची नहीं दिखा रही है। इनेलो नेता अभय सिंह चौटाला जींद उपचुनाव की तैयारियों में लग कर अपनी जन अधिकार यात्रा में लगें हुए है।
वहीं जींद उपचुनाव में उम्मीवार को उतारने को लेकर कांग्रेस नेता भी उतावले नहीं दिखाई दे रहे हैं। कांग्रेस नेता भी हाईकमान के इशारे इंतजार बैठे हैं।